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चंट निकला छोटा दुकानदार, आए दिन पत्नी संग करता था विदेश की सैर, ट्रिक जान, अचरच में पड़ गई पुलिस – kirana store shopkeeper used to to live luxurious life earns rs 12 crores unbelievably visit dubai with wife rajasthan police find stunning secret

Last Updated:May 04, 2025, 22:09 IST

Jaipur News : राजस्थान के बांसवाड़ा के परतापुर में छोटा सी किराना दुकान चलाने वाला 28 साल का अमन कलाल ‘पैसे वाला’ के नाम से मशहूर था. वह आए दिन पत्नी के साथ विदेश घूमने जाता था. लग्जरी लाइफ जीने वाले अमन के सीक्…और पढ़ेंचंट निकला छोटा दुकानदार, आए दिन करता था विदेश की सैर, ट्रिक जानकर पुलिस परेशान

राजस्थान के बांसवाड़ा के अमन कलाल ने की 12.8 करोड़ की ठगी, पुलिस कर रही तलाश…

जयपुर. बांसवाड़ा के परतापुर में छोटा सा किराना स्टोर चलाने वाला अमन कलाल आए दिन विदेश की सैर करता था. शातिर इतना कि पूरे पुलिस सिस्टम को हिलाकर रख दिया है. साइबर पुलिस को अमन की सरगर्मी से तलाश है. अमन ने देशभर में डिजिटल अरेस्ट और शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 12 करोड़ की ठगी की है. यह ठगी वह एक निजी बैंक के डिप्टी मैनेजर मेगनेश जैन और एक पूर्व बैंककर्मी दिव्यांशु सिंह की मदद से करता था. ग्राहकों के खातों में पैसे डलवाता था. फिर कैश निकलवा कर हवाला के जरिए दुबई भेजता था. पुलिस ने मेगनेश जैन और दिव्यांशु सिंह को तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मास्टरमाइंड अमन फरार है.

मामले का खुलासा तब हुआ जब बांसवाड़ा साइबर थाने में 20 अप्रैल को डकूका निवासी संदेश शाह और उसका भाई तनेश शाह थाना कोतवाली में शिकायत लेकर पहुंचे. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले साइबर पुलिस का कॉल आया. पुलिस का कहना था कि आपके खाते में ठगी का पैसा पहुंचा है. खाता फ्रीज कर दिया जाएगा. हमने पुलिस को बताया कि खाता तो पहले ही बंद करवा दिया गया था. कोतवाली थानाधिकारी देवीलाल मीणा ने बताया, ‘मामला हैरान करने वाला था, इसलिए जांच शुरू की गई. जांच में 11 ऐसे बैंक अकाउंट सामने आए जिनमें ठगी के करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ था. यह भी पता चला कि डकूका गांव के रहने वाले 11 लोगों ने यस बैंक के खाते बंद करवाए थे. हैरानी की बात तो यह थी कि इसके बावजूद साइबर ठगी का पैसा इन फ्रीज खातों में न केवल पहुंच रहा था, बल्कि चेक-एटीएम की मदद से पैसे निकाले भी जा रहे थे.’

28 साल का युवक अमन कलाल मास्टरमाइंडपुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो प्याज के छिलकों की तरह केस खुलता चला गया. बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत का पता चला. पुलिस ने बांसवाड़ा यस बैंक के डिप्टी मैनेजर मेगनेश जैन और बैंक के पूर्व कर्मचारी दिव्यांशु सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे बड़े गिरोह का खुलासा हो गया. गिरोह देशभर में डिजिटल अरेस्ट और शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी करता था. बांसवाड़ा के परतापुर का 28 साल का युवक अमन कलाल नाम इस गिरोह को ऑपरेट कर रहा था. अमन दिखावे के लिए एक छोटी सी किराना-बीज की दुकान खोले थे. पूछताछ में यह भी पता चला कि मुख्य आरोपी अमन, मेगनेश और दिव्यांशु सिंह तीनों ही परतापुर गढ़ी क्षेत्र के ही रहने वाले हैं.

बंद बैंक खातों में मंगवाए पैसेडकूका का रहने वाला दिव्यांशु सिंह के पास यस बैंक खाते खुलवाने का हर महीने का टारगेट था. टारगेट पूरा करने के लिए उसने रिश्तेदारों और परिचितों के बैंक में खाते खुलवाए. दिव्यांशु ने 2022 में बैंक की नौकरी छोड़ दी. कुछ दिन बाद उसके कई परिचितों ने बैंक से खाते बंद करवा लिए. इसी बीच, दिव्यांशु सिंह का परतापुर निवासी अमन कलाल से संपर्क हुआ. अमन को ऐसे बैंक खातों की तलाश दी जिसमें ठगी के पैसे मंगवाए जा सके. उसने दिव्यांशु सिंह को बैंक के बंद खातों में साइबर ठगी का पैसा ट्रांसफर करवाकर मोटी कमीशन का लालच दिया. दिव्यांशु ने खाता बंद करवाने की इच्छा रखने वाले लोगों मुलाकात की. उनके बैंक पासबुक, चेक बुक, एटीएम ले लिए और फिर उन्हें खाता बंद कराने का भरोसा दिलाया. दिव्यांशु ने सभी खातों के चेक-एटीएम अमन को दे दिए.

फ्रीज खातों से निकले रहे पैसेमास्टरमाइंड अमन यस बैंक के डिप्टी मैनेजर मेगनेश जैन को अपने झांसे में ले लिया था. मेगनेश जैन को वह खातों से होने वाले ट्रांजेक्शन पर 10 से 15 प्रतिशत कमीशन देता था. दिव्यांशु ने ही अमन को मेगनेश से मिलवाया था. अमन अपने गिरोह के किसी भी मेंबर को चेक देकर बैंक में भेजता था. मेगनेश उस पर बिना कोई ऑब्जेक्शन के पैसे देता था. साइबर ठगी के चलते अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने इन खातों को कई बार फ्रीज भी करवाया, लेकिन मेगनेश जैन की करतूत के चलते पैसा निकलता रहा. मेगनेश ने अमन को यह बता रखा था कि एक खाते से एक दिन में 10 लाख से बड़ा ट्रांजैक्शन नहीं होना चाहिए. छोटी-मोटी रकम के लिए मेगनेश खुद ही फर्जी साइन से चेक क्लियर कर देता था.

पत्नी संग विदेश घूमने जाता था अमनपुलिस के मुताबिक, अमन पिछले माह ही अपनी पत्नी के साथ दुबई गया था. वह दुबई से ऑपरेट हो रहे ठगी गिरोह से जुड़ा था. ठगी का पैसा अमन हवाला के जरिए दुबई भेजता था. ठगी के बदले उसने करोड़ों रुपये कमाए. एश-ओ-आराम में पैसे उड़ाए. बांसवाड़ा पुलिस को अभी तक अगल-अलग राज्यों से ठगी की 60 शिकायतें के बारे में पता चला है. सभी शिकायतें बांसवाड़ा की यस बैंक ब्रांच से जुड़ी हुई हैं. 11 फ्रीज खातों में करीब 12.8 करोड़ रुपये की ठगी का पैसा जमा हुआ. 3 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम निकाली गई.

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Jaipur,Rajasthan

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चंट निकला छोटा दुकानदार, आए दिन करता था विदेश की सैर, ट्रिक जानकर पुलिस परेशान

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