किसान इस तरह से अपने खेतों पर बना सकते है बायोचार, किसानों को मिलेगा दोगुना फायदा

निशा राठौड़/उदयपुर. किसानों को खेती करने के लिए कई बार अपनी भूमि को उपजाऊ बनाने लिए कार्बन की जरूरत होती है. लेकिन महंगे बायोचार कार्बन को खरीद नही पाते और कृषि भूमि अन उपजाऊ हो जाती है. लेकिन अब किसान अपने खेतों पर बिना किसी परेशानी के बायोचार बना सकते है. उदयपुर के महाराणा प्रताप एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी महाविद्यालय के नविनीकरण ऊर्जा विभाग की तरफ से यह बायोचार संयंत्र विकसित किया गया है.
किसान खेत के लिए ऐसे तैयार करे बायोचार
नविनीकरण ऊर्चा अभियांत्रिकी विभाग के हेड डॉक्टर एल एन पंवार ने बताया की किसानो के लिए खेत पर बायोचार इस तकनीक के चलते आसानी से बनाया जा सकता है. किसान अपने खेतों में बचे किसी भी प्रकार के कृषि वेस्ट से यह बायोचार विकसित किया जा सकता है और किसान अपने खेतों में प्रयोग कर सकता है. इससे किसानों को दुगुना फायदा होगा. यह संयत्र स्थापित करने के किसान का करीब 70 हजार का खर्च आएगा और इससे आसनी से प्रयोग किया जा सकता है. महाविद्यालय द्वारा किसानों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
क्या है बायोचार, कैसे होता है इसका प्रयोग
बायोचार एक प्रकार का शुद्ध कार्बन है इस का प्रयोग कर किसान अपने खेतों में उर्वरता शक्ति को बढ़ा सकता है. किसान इस संयंत्र के जरिए आसानी से अपने खेतों में बायोचार बना सकता है. यहां भारत सरकार के मान्यता प्राप्त संयंत्र विकसित किया गया है इससे किसानों को दुगुना फायदा होगा. किसान के खेतो में पड़े वेस्ट को आसानी बायोचार बना सकता है और इससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नही होगा.
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FIRST PUBLISHED : October 15, 2023, 09:07 IST