देवड़ा, ज्योतिरादित्य, जितिन और आरपीएन गए…सचिन पायलट कब छोड़ेंगे कांग्रेस? जानें क्या मिला जवाब

जयपुर. देश में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. विपक्षी दलों के साथ ही सत्तारूढ़ पार्टी भी संसदीय चुनाव को लेकर सजगता दिखाने लगी है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव हारने वाली कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी के कद्दावर युवा चेहरों में से एक मिलिंद देवड़ा ने पिछले दिनों कांग्रेस से नाता तोड़ लिया. मिलिंद देवड़ा महाराष्ट्र में कांग्रेस के दिग्गज नेता थे, जिसे पार्टी तमाम कोशिशों के बावजूद भी अपने खेमे में नहीं रख सकी. बता दें कि इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और आरपीएन सिंह जैसे युवा चेहरे पहले ही कांग्रेस से नाता तोड़ चुके हैं, ऐसे में एक बार फिर से सचिन पायलट पर सबकी निगाहें टिक गई हैं. बड़ा सवाल यह है कि क्या लोकसभा चुनाव से पहले सचिन पायलट भी कुछ बड़ा करेंगे?
बता दें कि आने वाले कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है. इसे देखते हुए सभी दल चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. दूसरी तरफ, कांग्रेस से युवा नेताओं के जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. एक समाचारपत्र को दिए साक्षात्कार में कांग्रेस के युवा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट ने देवड़ा और अन्य यंग नेताओं के पार्टी छोड़ने पर प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, उनसे पूछा गया कि आपके दोस्त मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस छोड़ दी है. उनके कांग्रेस छोड़ने के बाद एक फिर से ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, मिलिंद देवड़ा और आरपीएन सिंह के साथ आपका नाम (सचिन पायलट) लिया जाने लगा है. इन पांचों नेताओं में 4 ने कांग्रेस छोड़ दी है. पायलट से पूछा गया कि क्या वह पार्टी से असंतुष्ट हैं?
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सचिन पायलट का जवाब
सचिन पायलट ने कांग्रेस के 4 युवा नेताओं के कांग्रेस छोड़ने पर कहा कि हर कोई अपने वैचारिक पसंद को अपनाने को लेकर स्वतंत्र है. अब यह फैसला सही है या गलत यह तो मतदाता ही तय करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि वह चुनौतियों से न तो घबराते हैं और न ही उसे स्वीकार करने से पीछे हटते हैं. देश को मजबूत विपक्ष की जरूरत है. बता दें कि सचिन पायलट और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच लगातार मनमुटाव चलता रहा. ऐसे में पायलट के भी कांग्रेस छोड़ने को लेकर कयासबाजी होने लगी थी.

राजस्थान में हार की वजह बताई
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त पर भी सचिन पायलट ने बड़ी बात कही. उन्होंने कहा, ‘हमलोग 3 दशक पुराना चक्र (एक बार कांग्रेस, एक बार भाजपा) नहीं तोड़ सके. हमलोग 69 सीट ही जीत सके, लेकिन वोट शेयर कम नहीं हुआ. हालांकि, तथ्य यह है कि हमलोग चुनाव नहीं जीत सके. मैं व्यक्तिगत तौर पर सोचता हूं कि यदि कुछ मौजूदा विधायकों की सीटें बदली जातीं और नए चेहरे को मौका दिया जाता तो परिणाम कुछ अलग हो सकता है.’
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Tags: Congress, Sachin pilot
FIRST PUBLISHED : January 23, 2024, 01:29 IST