Govt School#Online#shala Darpan – एक क्लिक पर मिलेगी पूरी जानकारी

वह दिन दूर नहीं जबकि निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों की सभी जानकारी अभिभावकों को घर बैठे मिल सकेगी और वह अपने बच्चे के लिए अपनी पसंद से स्कूल चुन सकेंगे।

ऑनलाइन चुने जा सकेंगे सरकारी स्कूल
जयपुर।
वह दिन दूर नहीं जबकि निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों की सभी जानकारी अभिभावकों को घर बैठे मिल सकेगी और वह अपने बच्चे के लिए अपनी पसंद से स्कूल चुन सकेंगे। राजस्थान के सभी सरकारी स्कूलों को अब अपनी सभी जानकारी, स्कूल में दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी और उसकी फोटो वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। जिसके बाद अभिभावक एक क्लिक पर स्कूल की पूरी जानकारी लेने के बाद अपने पसंद के स्कूल का चयन कर सकेंगे।
इस नवाचार के तहत स्कूलों को स्कूल के फ्रंट व्यू से लेकर लाइबे्ररी, कक्षा कक्ष, स्पोट्र्स फैसेलिटी, लैब, फर्नीचर, स्कूल के सभा कक्ष के साथ साथ संस्था प्रधान के कमरे की फोटो तक वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। इतना ही नहीं स्कूल में समय समय पर बच्चों को करवाई जाने वाली विभिन्न एक्टिविटीज फिर वह स्पोट्र्स कॉम्पटिशन हो या फिर अन्य कल्चरल एक्टिविटीज, बाल सभा या फिर कोई अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम।
सामने आएगी सरकारी स्कूलों की हकीकत
इससे अभिभावक स्कूल में होने वाली विभिन्न गतिविधियों को भी जान सकेंगे, बल्कि उन्हें अपने बच्चे के लिए स्कूल चयन करने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं इससे स्कूलों की मरम्मत, आधारभूत ढांचे में सुधार के लिए होने वाली राशि के सही उपयोग की मॉनिटरिंग होगी और सरकारी स्कूल की कमजोरियां तो उजागर होगी ही साथ ही उनकी खासियत भी आमजन तक पहुंच सकेगी।
मॉडल स्कूल का चयन करने होगा आसान
स्कूलों की सभी जानकारी शाला दर्पण के पोर्टल पर अपलोड होने से विभागीय अधिकारियों के लिए भी अच्छी स्कूलों में से मॉडल स्कूलों का चयन करना आसान हो जाएगा। उत्कृष्ट स्कूल सामने आएंगे। संस्था प्रधान और शिक्षकों की ओर से किए जा रहे नवाचारों की जानकारी भी सामने आएगी। देखने में आया है कि संस्था प्रधान अपने स्कूल के बेहतर विकास के लिए कई नवाचा करते हैं भामाशाहों की मदद लेते हैं लेकिन उनकी काम आमजन के सामने नहीं आ पाता।
इन्हें मिली है जिम्मेदारी
जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, प्रधानाध्यापक को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह नियत समय तक सभी फोटोग्राफ्स पोर्टल पर अपलोड करें। अभी ६० से अधिक नामांकन वाली प्राथमिक स्कूलों और १०० से अधिक नामांकन वाली माध्यमिक स्कूलों के फोटो अपलोड करने का काम किया जा रहा है।
इनका कहना है,
सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या, शिक्षकों की स्थिति, परिणाम के आंकड़ों को अपडेट करने का काम पहले से चल रहा है। पूरे आकड़े अपलोड होने का सबसे अधिक फायदा अभिभावकों को मिलेगा। साथ ही विभाग भी उनका मूल्यांकन कर सकेगा।
जीएन मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मुख्यालय