Rajasthan
कोरोना से अब तक 7911 लोगों की हुई मौत, चिकित्सा मंत्री बोले-आंकड़े पूरी तरह से प्रमाणिक Rajasthan News, Jaipur News, 7911 people have died due to corona in rajasthan so far


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अस्पतालों में कोविड से होने वाली हर एक मौत का रिकॉर्ड रखा जाना सुनिश्चित कर रही है. (सांकेतिक तस्वीर)
Corona deaths in rajasthan: कोरोनो पीड़ितों की मौतों की संख्या को लेकर मचे सियासी बवाल के बीच चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा (Dr. Raghu Sharma) ने कहा है कि प्रदेश में अभी इस महामारी से 7911 लोगों की मौत हुई हैं. ये आंकड़े पूरी तरह से प्रमाणिक हैं.
जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमितों और इससे हुई मौतों (Corona Infections and Deaths) के आंकड़ों को लेकर मचे सियासी बवाल के बीच राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा (Dr. Raghu Sharma) ने कहा कि प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए निरंतर किए जा रहे प्रयासों के कारण प्रदेश में अन्य राज्यों के मुकाबले मृत्यु दर कम रही है. शर्मा ने कहा कि मार्च 2020 से लेकर अब तक प्रदेश में कोविड से 7911 लोगों की मौत हुई हैं. सर्वाधिक मौतें अप्रेल और मई माह में हुई हैं. कोविड-19 से अप्रेल और मई माह में अब तक 5093 मौतें हुई हैं. डॉ. शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार पहली लहर की तरह ही दूसरी लहर में भी कोविड का बेहतरीन प्रबंधन करने का हरसम्भव प्रयास कर रही है. इससे पूर्व के 13 महीने में कुल 2818 मौतें हुईं थी. इनमें अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर और नवम्बर 2020 के चार माह में कुल 1632 मौतें हुईं. शेष 9 माह में 1186 मौतें हुईं थी. कोविड से होने वाली हर एक मौत का रिकॉर्ड रखा जा रहा है चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अस्पतालों में कोविड से होने वाली हर एक मौत का रिकॉर्ड रखा जाना सुनिश्चित कर रही है. इसमें किसी तरह की गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है. बकौल शर्मा हमारा कोविड की पहली लहर के समय से ही प्रयास रहा है कि पॉजिटिव केस से लेकर मृत्यु तक आंकड़ों में स्पष्टता रहे. किसी स्तर पर कोई हेर-फेर नहीं हो. उन्होंने कहा कि हमें आंकड़ों की नहीं प्रदेशवासियों के जीवन की चिंता है. अन्य कारणों से हुई मौतों को कोविड़ से जोड़ना उचित नहीं है.अन्य कारणों से मौतें होना स्वाभाविक है डॉ. शर्मा ने कहा कि राजस्थान एक बड़ा प्रदेश है. इसकी जनसंख्या करीब 8 करोड़ है. ऐसे में विभिन्न क्षेत्रों में कोविड के अतिरिक्त अन्य बीमारियों, दुर्घटनाओं, आयु और अन्य कारणों से मौतें होना स्वाभाविक है. यह सम्भव है कि किसी रोगी ने अज्ञानता या लापरवाहीवश कोविड की जांच नहीं कराई हो और ना ही अस्पताल में भर्ती हुआ हो. ऐसे मामलों में जिनमें रोगी की कोविड जांच नहीं हुई हो और मौत हो गई हो तो उनकी मौत का इंद्राज कोविड से होने वाली मौतों के साथ नहीं किया जाता है.