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जेईई में हासिल की टॉप 1 रैंक, IIT बॉम्बे से की पढ़ाई, UPSC के लिए छोड़ी 70 लाख की नौकरी, अब जी रहे हैं ऐसी लाइफ

Success Story: अगर किसी भी काम को शिद्दत के साथ किया जाए, तो उसे पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता है. फिर चाहे कोई सा भी परीक्षा हो, उसे पास करना नामुमकिन नहीं है. ऐसे ही कहानी जेईई टॉपर प्रुध्वी तेज की है. उन्होंने जेईई की परीक्षा को बिना किसी तनाव और दृढ़ता के साथ पास करने में सफल ही नहीं, टॉपर 1 रैंक भी हासिल की. इसके साथ ही वह यूपीएससी की परीक्षा में भी 24 रैंक प्राप्त किए हैं. आईआईटी से पढ़ाई करने के लिए किसी भी उम्मीदवारों को जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड एंट्री गेट को पार करना होता है. तभी यहां से पढ़ाई करने का सपना पूरा हो सकता है.

आईआईटी जेईई में हासिल की टॉप 1 रैंकप्रुध्वी तेज इम्मादी (Prudhvitej Immadi) वर्ष 2011 में आईआईटी-जेईई की परीक्षा में टॉप किया था. इनकी कहानी किसी भी अन्य आईआईटी ग्रेजुएट से अलग है. आईआईटी-जेईई की परीक्षा में रैंक 1 हासिल करके प्रुध्वी तेज इम्मादी ने खबरों में जगह बनाई. यह उनके लिए एक क्रांतिकारी करियर की शुरुआत थी. ऐसा भी माना जाता है कि आईआईटी ग्रेजुएटों को प्लेसमेंट के जरिए अच्छी सैलरी वाली नौकरी मिल जाती है लेकिन यहां से पढ़ाई करना आसान नहीं होता है.

आईआईटी बॉम्बे से की इंजीनियरिंग की पढ़ाई आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले से ताल्लुक रखने वाले प्रुध्वी तेज इम्मादी (Prudhvitej Immadi) ने गुडीवाड़ा में विश्वभारती स्कूल और विजयवाड़ा के चैतन्य कॉलेज से पढ़ाई पूरी की है. उनके पिता श्रीनिवास राव ज्वैलरी के बिजनेस करते हैं. आईआईटी जेईई की परीक्षा को पास करना इतना भी आसानी नहीं होता है. लेकिन प्रुध्वी ने इस परीक्षा में वर्ष 2011 में रैंक 1 हासिल की हैं. इसके बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की.

IAS बनने के लिए छोड़ी दी 70 लाख सैलरी वाली नौकरीआंध्र प्रदेश के द्वारका तिरुमाला में जन्मे प्रुध्वी तेज इम्मादी को वर्ष 2014 में प्लेसमेंट शुरू होने से पहले ही दक्षिण कोरिया में सैमसंग में 70 लाख रुपये सालाना सैलरी वाली अंतरराष्ट्रीय नौकरी का ऑफर मिला था. उन्होंने उसी वर्ष आईआईटी बॉम्बे में आदित्य बिड़ला छात्रवृत्ति भी जीती थी. कुछ समय तक नौकरी करने के बाद प्रुध्वी तेज इम्मादी वर्ष 2016 में भारत लौट आए और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.

अब कर रहे हैं ये कामवर्ष 2017 में प्रुध्वी ने सिविल के लिए आवेदन किया और तैयारी के लिए प्रतिदिन 14 घंटे से अधिक समय दिया. उन्होंने पुराने पेपर को रिवीजन करने और सिलेबस पर फोकस किया. वह अपनी यूपीएससी की परीक्षा में 24 रैंक हासिल करने में सफल रहे. अभी फिलहाल वह अब आंध्र प्रदेश ईस्टर्न पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (APEPDCL) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं.

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Tags: IIT, Jee main, Success Story, UPSC

FIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 12:36 IST

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