How MapmyIndia Mappls started by founder rakesh verma way ahead google map came in india know story- भारतीय इंजीनियर ने छोड़ी अमेरिकी नौकरी, बनाया गूगल मैप का देसी विकल्प, जानें Mappls की सफलता की कहानी

भारत में डिजिटल मैपिंग की जरूरत हर दिन बढ़ रही है. भारत के हर शहर, गांव और रोड को सही तरीके से दिखाने वाला प्लेटफॉर्म बहुत जरूरी है. इसी जरूरत को महसूस करके राकेश वर्मा ने अपनी एक अलग पहचान बनाई. 1990 में जब डिजिटल मैप के बारे में शायद ही किसी को पता था, तब राकेश वर्मा ने बड़ा फैसला लिया था. राकेश वर्मा ने अमेरिका में 12 साल तक काम किया, लेकिन अपने देश भारत में कुछ बड़ा करने की इच्छा के चलते उन्होंने अमेरिका की स्थिर नौकरी छोड़ दी और 1995 में MapmyIndia की शुरुआत की. आज उनकी कंपनी ने भारत के डिजिटल मैपिंग क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल कर लिया है और उनका Mappls ऐप अब Google Maps का मजबूत स्वदेशी विकल्प बन चुका है.
राकेश वर्मा ने अपनी पढ़ाई BITS पिलानी से इंजीनियरिंग में की और बाद में अमेरिका की ईस्टर्न वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से MBA किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अमेरिका में एक बड़ी कंपनी में काम करना शुरू किया. उन्होंने जनरल मोटर्स की सैटर्न कार प्रोजेक्ट में काम किया और वहां अपने एक्सपीरिएंस को पॉलिश किया.
लेकिन कुछ समय बाद राकेश ने महसूस किया कि भारत में डिजिटल मैपिंग के लिए बहुत अवसर हैं. उस समय भारत में कोई भी ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं था जो सही और विश्वसनीय नक्शे उपलब्ध कराता. उन्होंने अपने देश लौटने और कुछ नया करने का फैसला लिया.
MapmyIndia और Mappls ऐपराकेश वर्मा ने भारत लौटकर MapmyIndia की स्थापना की. इस कंपनी का मकसद भारत के लिए हाई क्वालिटी वैले डिजिटल मैप्स बनाना था. धीरे-धीरे MapmyIndia ने Mappls नाम का ऐप लॉन्च किया. Mappls ऐप में रियल-टाइम ट्रैफिक अपडेट, 3D मैपिंग और भारतीय भाषाओं में नेविगेशन जैसी कई सुविधाएं हैं.
Mappls ऐप सिर्फ आम लोगों के लिए ही नहीं है, बल्कि ये भारत सरकार की DIGIPIN सिस्टम के साथ भी जुड़ा है. इसके अलावा, यह ऐप महिंद्रा, टाटा मोटर्स, हुंडई जैसी प्रमुख कार कंपनियों के गाड़ियों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
मैपल्स ऐप ना सिर्फ एक नेविगेशन टूल है, बल्कि यह भारत की सड़कों, संस्कृति, और जरूरतों को समझने वाला एक पूरा समाधान है. इसके फीचर्स जैसे जंक्शन व्यू, लाइव ट्रैफिक सिग्नल टाइमर, सेफ्टी अलर्ट्स, और रीजनल लैंग्वेज सपोर्ट इसे अन्य ग्लोबल ऐप्स से अलग बनाते हैं.
मैपल्स ऐप पूरी तरह से स्वदेशी है, और इसका डेटा भारत में ही होस्ट किया जाता है. यह सुनिश्चित करता है कि यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहे और किसी विदेशी कंपनी के हाथों में न जाए. यह फीचर विशेष रूप से प्राइवेसी को ध्यान में रखकर बनाया गया है.
सफलता की कहानीराकेश वर्मा की सफलता का राज़ उनका धैर्य, मेहनत और स्वदेशी तकनीक में विश्वास है. उन्होंने यह साबित किया कि अगर सही सोच और लगन हो, तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है. MapmyIndia आज लाखों लोगों के लिए भरोसेमंद डिजिटल मैपिंग सेवा प्रदान कर रही है.
राकेश वर्मा की कहानी हमें यह सिखाती है कि अपने देश के लिए कुछ नया और बेहतर करने की सोच रखें. अगर हम मेहनत, लगन और ईमानदारी से काम करें, तो सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है. उनके प्रयास ने यह दिखाया कि भारत में भी विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी बनाई जा सकती है और यह Google जैसे वैश्विक प्लेटफॉर्म का मजबूत विकल्प बन सकती है.



