NEET UG 2025, NEET exam security: परीक्षा से पहले क्यों हो रही देश भर के DM, SP की मीटिंग्स, कैसे होगी पेपर की निगरानी?

Last Updated:May 01, 2025, 17:51 IST
NEET UG 2024 पेपर लीक विवाद के बाद NTA ने NEET UG 2025 को सुरक्षित बनाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं. GPS ट्रैकिंग और CCTV अनिवार्य किया गया है.
NEET UG 2025, नीट यूजी 2025, NEET exam security: नीट यूजी परीक्षा को लेकर तैयारियां.
हाइलाइट्स
NEET UG 2025 के लिए GPS ट्रैकिंग और CCTV अनिवार्य.DM और SP की मीटिंग्स में पेपर सुरक्षा और निगरानी पर चर्चा.UP और बिहार में संवेदनशील केंद्रों पर सशस्त्र पुलिस तैनात रहेगी.
NEET UG 2025: पिछली बार NEET UG 2024 के पेपर लीक विवाद ने लाखों छात्रों और अभिभावकों का भरोसा हिला दिया. राजस्थान और अन्य राज्यों में हुए इस विवाद से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर सवाल उठने लगे. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को आगे से ध्यान रखने की हिदायत भी दी थी.जिसके बाद अब, NEET UG 2025 को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए NTA ने कड़े कदम उठाए हैं. नीट परीक्षा को लेकर देश भर में जिलाधिकारियों (DM) और पुलिस अधीक्षकों (SP) की मीटिंग्स रखी गई है. जिसमें नीट के पेपर की सुरक्षा से लेकर कोचिंग संस्थानों पर निगरानी रखने को लेकर चर्चा की जा रही है.खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार, जहां NEET के परीक्षा केंद्रों की संख्या सबसे अधिक है,वहां ठीक से नजर रखने पर जोर दिया जा रहा है.
NEET UG 2025: नीट को लेकर DM-SP मीटिंग्स क्यों?नीट परीक्षा से पहले DM-SP मीटिंग्स का उद्देश्य प्रशासन और पुलिस के बीच समन्वय बनाकर परीक्षा केंद्रों को अभेद्य बनाना है. इन मीटिंग्स में कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है. जिसमें प्रमुख रूप से प्रश्नपत्रों की सुरक्षित डिलीवरी और लीक की रोकथाम, परीक्षा केंद्रों पर पुलिस तैनाती और निगरानी रखने पर चर्चा की जा रही है. सोशल मीडिया पर पेपर लीक से जुड़ी अफवाहों या गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और NTA ने 2024 के पेपर लीक के बाद सभी राज्यों को ऐसी मीटिंग्स करने के निर्देश दिए हैं.उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, और बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर जैसे शहरों में DMs और SPs ने विशेष योजनाएं बनाई हैं. इन राज्यों में NEET उम्मीदवारों की संख्या लाखों में है, जिसके चलते यहां सुरक्षा पर खास ध्यान है.
550 शहरों में होगी परीक्षासमाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय लगातार सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जिला मजिस्ट्रेट (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) के साथ बैठकें कर रहा है. इन बैठकों का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षा के दिन देशभर में व्यवस्था ठीक रहे और किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो.NEET UG 2025 की परीक्षा पूरे देश के 550 से ज्यादा शहरों में होगी. इसके लिए 5,000 से भी अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इतनी बड़ी परीक्षा को सही तरीके से करवाने के लिए जिला स्तर पर विशेष समितियां बनाई गई हैं, जिन्हें लॉजिस्टिक्स, सुरक्षा और आपात स्थिति से निपटने की जिम्मेदारी दी गई है.एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हर जिले में समन्वय समितियां पूरी तरह सक्रिय कर दी गई हैं. इनका काम यह होगा कि परीक्षा से जुड़ी हर छोटी-बड़ी व्यवस्था पर नजर रखें और किसी भी समस्या का तुरंत हल निकालें.
NEET पेपर की निगरानी कैसे होगी?NTA ने NEET UG 2025 के लिए सख्त सुरक्षा उपाय लागू किए हैं-CCTV निगरानी: सभी परीक्षा केंद्रों पर लाइव मॉनिटरिंग अनिवार्य है.सिग्नल जैमर: मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल रोकने के उपाय किए गए हैं.GPS ट्रैकिंग: प्रश्नपत्रों की डिलीवरी GPS-ट्रैक वाहनों से होगी.पुलिस तैनाती: UP और बिहार के संवेदनशील केंद्रों पर सशस्त्र पुलिस मौजूद रहेगी. इसके अलावा, AI-आधारित मॉनिटरिंग से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. 2024 में राजस्थान में पेपर लीक की घटना ने इन उपायों की जरूरत को उजागर किया. एक अधिकारी के अनुसार NTA इस बार कोई जोखिम नहीं लेना चाहता. NEET 2025 निष्पक्ष और सुरक्षित होगा.
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NEET UG 2025: परीक्षा से पहले क्यों हो रही DM, SP की मीटिंग्स?