Now Rahul Gandhi Can Give Green Signal For Cabinet Expansion – मंत्रिमंडल विस्तार-राजनीतिक नियुक्तियों को अब राहुल गांधी की हरी झंडी का इंतजार, अगले सप्ताह लौटेंगे विदेश से

– अगले सप्ताह राहुल गांधी विदेश से लौट सकते हैं, राहुल गांधी से चर्चा के लिए फिर दिल्ली जा सकते हैं मुख्यमंत्री गहलोत, मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों पर फाइनल मंथन राहुल गांधी के साथ होगा, प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने भी दिए थे राहुल गांधी के साथ चर्चा के संकेत

जयपुर। प्रदेश में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार, फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चल रही कवायद अब अंतिम दौर में है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी साथ हुई बैठक में जहां मंत्रिमंडल विस्तार और राजेश नियुक्तियों को लेकर चर्चा हो चुकी है तो अब राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की हरी झंडी का इंतजार इंतजार है।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन मंत्रिमंडल विस्तार, फेरबदल राजनीतिक नियुक्तियों को फाइनल टच देने के लिए राहुल गांधी के साथ भी चर्चा करेंगे। इसके लिए अभी राहुल गांधी के विदेश से लौटने का इंतजार है, जब तक राहुल गांधी विदेश से नहीं लौटेंगे तब तक प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार व राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हो सकेंगी।
अगले सप्ताह विदेश से दिल्ली लौट सकते हैं गहलोत
पार्टी सूत्रों की माने तो विदेश दौरे पर गए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अगले सप्ताह विदेश से दिल्ली लौट सकते हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी राहुल गांधी से मुलाकात के लिए दिल्ली जा सकते हैं। जहां पर राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल की बैठक हो सकती है, जिसमें राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी दी जाएगी। और उसके बाद ही प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों का रास्ता साफ होगा।
प्रदेश प्रभारी अजय माकन राहुल गांधी से फाइनल चर्चा के संकेत पूर्व में दे चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ होने वाले संभावित बैठक को मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।
पर्दे के पीछे राहुल लेते हैं तमाम फैसले
दऱअसल राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार को भले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहमति मिल गई हो लेकिन पार्टी में तमाम फैसले पर्दे के पीछे राहुल गांधी ही लेते हैं। ऐसे में कांग्रेस गलियारों में चर्चा भी यही है कि जब तक मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर राहुल गांधी से चर्चा नहीं होती तब तक प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां का रास्ता नहीं खुलेगा।
16 अक्टूबर को भी बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे राहुल गांधी
वहीं 16 अक्टूबर को दिल्ली में हुई कांग्रेस का वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद राहुल गांधी के आवास पर भले ही राजस्थान के मसलों को लेकर बैठक हुई हो लेकिन खुद राहुल गांधी उस बैठक में शामिल नहीं हो पाए थे और फिलहाल अभी राहुल गांधी के विदेश में होने के चलते भी मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है।
ऐसे में माना यही जा रहा है कि उनके विदेश से लौटने के बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतित नियुक्तियों को लेकर फाइनल मंथन होगा और राहुल गांधी की हरी झंडी के बाद ही प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार, फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों का पिटारा खुलेगा।