Congress Had Changed CMs Of 5 States In 7 Days – कांग्रेस को भारी पड़ चुका है प्रयोग, 7 दिन में बदले थे 5 राज्यों के सीएम, फिर भी मिली थी हार

भाजपा जिस तेजी के साथ एक के बाद एक राज्यों में मुख्यमंत्रियों को बदलने का प्रयोग कर रही है, वैसा ही प्रयोग कांग्रेस ने करीब 32 साल पहले किया था।

शादाब अहमद/जयपुर। भाजपा जिस तेजी के साथ एक के बाद एक राज्यों में मुख्यमंत्रियों को बदलने का प्रयोग कर रही है, वैसा ही प्रयोग कांग्रेस ने करीब 32 साल पहले किया था। बोफोर्स कांड व रामलहर के बीच लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद एंटी इंकबेंसी से बचने के लिए कांग्रेस ने महज 7 दिन में राजस्थान, मध्यप्रदेश समेत 5 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बदल दिया था। इसके कुछ महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सभी राज्यों में करारी हार का सामना करना पड़ा था। अब भाजपा के सामने इस मिथक को तोडऩे की चुनौती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के युग में भाजपा ने विधानसभा चुनाव से करीब 6 महीने से सवा साल पहले 3 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बदल दिया है। माना जा रहा है कि सरकार से नाराजगी से बचने के लिए भाजपा ने यह कदम उठाया है। हालांकि यह प्रयोग पहली बार नहीं किया गया है। 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ केन्द्र समेत अधिकांश राज्यों में सत्ता में थी। इस बीच बोफोर्स कांड, राम लहर के मुद्दे के सामने 1989 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ढेर हो गई। इससे कांग्रेस में अफरा-तफरी मच गई और जनता की नाराजगी से बचने के लिए महज एक सप्ताह में 5 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बदल दिया। हालांकि कांग्रेस को इसका कोई खास फायदा नहीं मिला और अगले कुछ महीनों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी।
राजस्थान: माथुर को हटाकर जोशी
1989 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के तत्काल बाद 4 दिसंबर 1989 को राजस्थान में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर को हटाकर हरिदेव जोशी मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके करीब 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार मिली और भाजपा सत्ता में आ गई।
एमपी: वोरा की जगह शुक्ला ने ली
मध्यप्रदेश में 9 दिसंबर 1989 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा को हटाकर श्यामचरण शुक्ल को मुख्यमंत्री बनाया। इसके बावजूद चुनाव में कांग्रेस यहां सरकार नहीं बचा सकी।
बिहार, गुजरात और ओडिशा में यही हाल
गुजरात में 10 दिसंबर 1989 में अमर सिंह चौधरी की जगह माधव सिंह सोलंकी, ओडिशा में 7 दिसंबर 1989 को जे.बी.पटनायक की जगह हेमानंद बिसनाल और बिहार में 6 दिसंबर 1989 को सत्यनारायण सिन्हा की जगह जगन्नाथ मिश्र को मुख्यमंत्री बनाया। इन तीनों ही राज्यों में कांग्रेस साफ हो गई।