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शरीर में कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल लेवल, कब बन सकता है हार्ट अटैक की वजह, यहां चेक करें पूरा चार्ट

हाइलाइट्स

अगर शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल 190 mg/dL से ज्यादा हो जाए तो हार्ट अटैक आ सकता है.
गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल के अलावा ट्राइग्लिसराइड्स पर भी लोगों को नजर रखनी चाहिए.

Cholesterol Normal Range: हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या तेजी से बढ़ रही है और बड़ी तादाद में युवा इसका शिकार हो रहे हैं. आजकल की गलत लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान ने इस समस्या को गंभीर बना दिया है. कोलेस्ट्रॉल हमारे खून में पाया जाने वाला मोम जैसा पदार्थ होता है, जो नॉर्मल से ज्यादा हो, तो खून की धमनियों में जम जाता है. इससे हार्ट और ब्रेन में पहुंचने वाले खून की सप्लाई बाधित होती है. कोलेस्ट्रॉल की मात्रा हद से ज्यादा बढ़ जाए, तो यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक की वजह बन सकता है. ऐसे में इसे लेकर लापरवाही बरतना जानलेवा हो सकता है. इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है.

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल की सीनियर फिजीशियन डॉ. सोनिया रावत के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल मुख्य तौर पर दो तरह का होता है. पहला गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल होता है. बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ना हार्ट हेल्थ के लिए नुकसानदायक माना जाता है और अधिकतर लोगों को यही समस्या होती है. गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर नॉर्मल रहना चाहिए, क्योंकि यह अक्सर कम हो जाता है. गुड कोलेस्ट्रॉल को हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) और बैड कोलेस्ट्रॉल को लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) कहा जाता है. इनके अलावा खून में ट्राइग्लिसराइड्स भी होता है, जिसे कंट्रोल करना चाहिए.

डॉक्टर के अनुसार बैड कोलेस्ट्रॉल 100 mg/dL से कम हो, तो नॉर्मल होता है. यह 130 mg/dL या ज्यादा हो जाए, तब यह बॉर्डर लाइन होती है. 160 mg/dL से ज्यादा हो, तो खतरनाक हो सकता है. खून में गुड कोलेस्ट्रॉल 60 mg/dL या इससे अधिक हो, तब इसे नॉर्मल माना जाता है. 40 mg/dL या इससे कम मात्रा हो जाए, तो बेहद कम माना जाता है और ऐसा होने से हार्ट हेल्थ बिगड़ सकती है. इन दोनों के अलावा शरीर में टोटल कोलेस्ट्रॉल 200 mg/dL या इससे कम हो, तब इसे नॉर्मल माना जाता है. 240 mg/dL हो, तो बॉर्डर लाइन होती है. 240 से ज्यादा होने पर हाई कोलेस्ट्रॉल मानते हैं.

जब शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल 190 mg/dL से ज्यादा हो जाए, तब उसे डेंजर कंडीशन मानते हैं औऱ हार्ट अटैक व स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है. ऐसी कंडीशन में लोगों को तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर इलाज कराना चाहिए. इसके अलावा टोटल कोलेस्ट्रॉल 300 या इससे ज्यादा हो जाए, तब यह अलार्मिंग सिचुएशन होती है और हार्ट अटैक आ सकता है. इसके अलावा ट्राइग्लिसराइड्स की बात करें, तो शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा 150 mg/dL से कम होनी चाहिए. इससे ज्यादा हो, तो डॉक्टर से मिलना चाहिए. यह भी हार्ट हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है.

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Tags: Cholesterol, Health, Lifestyle, Trending news

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