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Teachers Protest: फीकी रही दिवाली, हिमाचल प्रदेश के वोकेशनल टीचर्स का हल्ला-बोल, स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई ठप

शिमला. हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत वोकेशनल शिक्षकों ने वेतन का एरियर नहीं मिलने के विरोध में सोमवार को शिमला के चौड़ा मैदान में हल्ला बोला. इस दौरान शिक्षकों ने कम्पनियों के खिलाफ़ जमकर नारेबाज़ी करते हुए सरकार से उन्हें  शिक्षा विभाग में सम्मिलित करने की मांग उठाई. उन्होंने कम्पनियों पर शिक्षकों के शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी सरकार और शिक्षा विभाग के आदेशों के बाद भी उनका शोषण कर रही है. एरियर का भुगतान न होने के बाद उनकी दिवाली फीकी रही. वर्तमान समय मे प्रदेश में 2174 व्यावसायिक शिक्षक प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में 11 वर्षों से कंपनियों के अधीन सेवाएं दे रहे हैं.

वोकेशनल शिक्षक संघ के अध्यक्ष अश्वनी डटवालिया ने कहा कि जिन कम्पनियों के माध्यम से उनकी नियुक्ति हुई है, वह शिक्षकों का शोषण कर रही हैं. शिक्षा विभाग के निर्देशों को कंपनियां दरकिनार कर रही हैं. शिक्षकों को अभी तक एरियर का भुगतान नहीं किया गया है. विभाग ने 20 अक्तूबर से पहले एरियर का भुगतान करने के लिए कंपनियों के लिए कहा था.

दो कंपनियों सेंटम ने अभी एरियर  का भुगतान नहीं किया है और जिन शिक्षकों को भुगतान हुआ है, वह भी अलग अलग राशि दी गई है, जबकि वेतन एक समान है. उन्होंने कहा कि कंपनियां सरकार और विभाग के आदेशों को दरकिनार कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वह धरने पर यहां उस समय तक डटे रहेंगे, जब तक उन्हें सरकार की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिलता.

सुचिता शर्मा  ने कहा कि वह 11 वर्षों से अधिक समय से अलग-अलग विद्यालयों में कार्यरत रहीं. दो हजार से अधिक शिक्षक इस समय सेवाएं दे रहे हैं और इतने वर्षों के बाद भी कम्पनियां उनका शोषण कर रही हैं. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि उनके लिए कोई नीति निर्माण कर कम्पनियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए और जिससे उन्हें शोषण से मुक्ति मिल सके. गौरतलब है कि वोकेशनल टीचर शिमला के चौड़ा मैदान में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, इन्हें दो दिन के लिए धरने की अनुमति दी गई है. उधर, धरने की वजह से स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई ठप्प हो गई है.

Tags: SMC Teachers, Teachers Protest

FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 06:47 IST

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