इतना बड़ा हो गया हादसा, फिर भी नहीं खुली NHAI की नींद..! दौसा के हाइवे पर अवैध कट का फैला जंजाल

दौसा:- भांकरोटा हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया और आज भी सुबह या शाम यह खबर आती है कि भांकरोटा हादसे में एक और झुलसे व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. जैसे ही भांकरोटा हादसे का नाम जेहन मे आता है, तो रूह कांप जाती है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की लापरवाही के कारण भांकरोटा जैसा हादसा गठित हुआ, लेकिन न जाने कितनी जगह हो रही लापरवाही भांकरोटा जैसे हादसे को निमंत्रण दे रही है.
दौसा जिले में जगह-जगह नेशनल हाईवे पर 21 अवैध कटबात दौसा जिले से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 की करें, तो यहां बड़ी संख्या में अवैध कट है. इतना ही नहीं, जो लीगल कट है, वह भी मापदंड पूरे नहीं करते हैं. यहां दिन पर लोग इस मौत के हाईवे पर जूझते हुए चलते हैं और ऐसा शायद ही कोई दिन हो, जब इस नेशनल हाईवे पर कोई हादसा नहीं होता. आए दिन होने वाले हादसों से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सबक नहीं ले रहा है. लोग दिनभर जान जोखिम में डालकर इन अवैध कटों को क्रॉस करते हैं.
नेशनल हाईवे 21 पर कब होंगे अवैध कट बंद ?राजस्थान में भांकरोटा दुखान्तिका को एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में अवैध कट है, जहां लोग तो अपनी जान जोखिम में डाल ही रहे हैं, वहीं बड़े हादसों को भी निमंत्रण मिल रहा है. लेकिन न जाने कब NHAI नींद से जागेगा. दौसा से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 गुजर रहा है और जिस दिन भांकरोटा वाला हादसा हुआ था, उस दिन भी एलपीजी का टैंकर अजमेर हाईवे से रिंग रोड की तरफ क्रॉस होकर आगरा की तरफ जाने के लिए इसी हाईवे पर आ रहा था. दौसा से गुजर रहा नेशनल हाईवे पूरी तरह असुरक्षित है और यहां जगह-जगह अवैध कट है. अवैध कट से दिनभर लोग हाईवे को क्रॉस करते रहते हैं, जिसके कारण हमेशा हादसों का डर बना रहता है. आए दिन हादसे भी होते हैं और लोग अपनी जान भी गंवा रहे हैं.
नेशनल हाईवे 21 पर लीगल कभी मापदंड से पूरे नहीं दौसा के जिरोता मोड़, पुलिस लाइन चौराहा, कलेक्ट्रेट चौराहा, कालाखो मोड, सिकंदरा चौराहा, मानपुर चौराहा, बालाजी मोड़ और महुआ बाईपास ब्लेक स्पॉट बने हुए हैं. इन सभी चौराहों या मोड़ पर दिनभर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है, जिसके कारण लंबी दूरी तय कर रहे बड़े वाहन टकरा जाते हैं और बड़ा हादसा हो जाता है. जबकि इन सभी चौराहों पर पुलियाओं का निर्माण होना अति आवश्यक है. ऐसा नहीं है कि जब हाईवे का निर्माण हुआ, तब पुलिया नहीं बनाई गई हो. लेकिन तत्कालीन NHAI के अधिकारियों के लापरवाही से पुलियाओं का निर्माण चौराहों पर तो नहीं हुआ, बल्कि चौराहा से आधा किलोमीटर आगे या पीछे हुआ है.
उदाहरण के तौर पर सिकंदरा चौराहे पर पुलिया नहीं बनाई गई है, बल्कि उससे आगे 500 मीटर की दूरी पर पुलिया बनाई गई थी. लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं है. इसी तरह मानपुर चौराहे पर पुलिया नहीं बनाई गई, जबकि मानपुर चौराहे से महज 300 मीटर पहले पुलिया बना दी गई, उसका भी कोई उपयोग नहीं है. ऐसे ही ना जानें कितने पुलिया हैं, जिनका गलत जगह पर निर्माण करवाया और उसका खामियाजा आज आम जनता भुगत रही है.
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जिला कलेक्टर भी अवैध कट का करेंगे निरीक्षणहालांकि अब दौसा की कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने अवैध कट बंद करने और लीगल कट पर सभी मापदंड पूरा करने के लिए NHAI के अधिकारियों को पाबंद किया है. साथ ही शनिवार को धरातल की स्थिति जांचने के लिए दौरा भी करेंगे. इधर भांकरोटा हादसे के बाद भी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है और ना ही अवैध कट बंद किये जा रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 27, 2024, 13:49 IST