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राजस्थान दिवस पर विशेष: राजस्थान निर्माण में मेवाड़ का महत्वपूर्ण भूमिका,जानें महाराणा भूपाल सिंह का योगदान

Last Updated:March 29, 2025, 17:46 IST

मेवाड़ का भारत के स्वतंत्रता संग्राम और राजस्थान के निर्माण में अमूल्य योगदान रहा है. महाराणा प्रताप के संघर्ष से लेकर महाराणा भूपाल सिंह के नेतृत्व तक, मेवाड़ ने हमेशा स्वाभिमान और राष्ट्रवाद की मिसाल कायम की….और पढ़ेंX
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सरदार वल्लभभाई पटेल के साथ महाराणा भूपाल सिंह 

राजस्थान दिवस हर साल 30 मार्च को मनाया जाता है, यह दिन उस ऐतिहासिक घटना का प्रतीक है जब वर्ष 1949 में राजपुताना की रियासतों का एकीकरण कर राजस्थान राज्य का गठन किया गया। इस प्रक्रिया में मेवाड़ का विलय भी एक महत्वपूर्ण घटना थी, जिसमें तत्कालीन शासक महाराणा भूपाल सिंह की अहम भूमिका रही.

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रयासों से विभिन्न रियासतों का एकीकरण किया गया मेवाड़, जो भारत के सबसे प्राचीन और प्रतिष्ठित राजघरानों में से एक था, ने भी राष्ट्रीय एकता में योगदान दिया.18 अप्रैल 1948 को उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, किशनगढ़ और शाहपुरा को मिलाकर ‘ग्रेटर राजस्थान’ की नींव रखी. 30 मार्च 1949 को जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर और बीकानेर जैसी बड़ी रियासतों के साथ राजस्थान का अंतिम एकीकरण हुआ.इस दिन को राजस्थान दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो राज्य के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है.

महाराणा भूपाल सिंह को आजीवन महाराज प्रमुख की उपाधिमेवाड़ के तत्कालीन महाराणा भूपाल सिंह ने स्वेच्छा से राजस्थान में विलय को स्वीकार किया, लेकिन उन्हें उनकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए ‘महाराज प्रमुख’ की उपाधि दी गई. यह उपाधि उन्हें आजीवन प्रदान की गई, जिससे उनकी राजसी गरिमा बनी रही. वे राजस्थान के गठन के बाद भी उदयपुर में अपनी प्रतिष्ठा और प्रभाव बनाए रखते हुए जनता की सेवा में समर्पित रहे.

मेवाड़ का योगदान और ऐतिहासिक महत्वमेवाड़ का भारत के स्वतंत्रता संग्राम और राजस्थान के निर्माण में अमूल्य योगदान रहा है. महाराणा प्रताप के संघर्ष से लेकर महाराणा भूपाल सिंह के नेतृत्व तक, मेवाड़ ने हमेशा स्वाभिमान और राष्ट्रवाद की मिसाल कायम की.महाराणा भूपाल सिंह न केवल एक कुशल शासक थे बल्कि सामाजिक सुधारों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही.

राजस्थान दिवस का महत्वआज राजस्थान दिवस न केवल राज्य के ऐतिहासिक गौरव को याद करने का अवसर है, बल्कि यह एकीकरण की भावना और विकास के नए मार्ग की पहचान भी है. इस अवसर पर पूरे राजस्थान में सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और ऐतिहासिक स्मरणोत्सव आयोजित किए जाते हैं. जो राज्य की समृद्ध परंपरा को दर्शाते हैं. राजस्थान दिवस उन बलिदानों और निर्णयों की याद दिलाता है, जिन्होंने अलग-अलग रियासतों को एकीकृत कर एक शक्तिशाली और समृद्ध राजस्थान का निर्माण किया.

Location :

Udaipur,Rajasthan

First Published :

March 29, 2025, 17:46 IST

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राजस्थान निर्माण में मेवाड़ का महत्वपूर्ण भूमिका, जानें कैसे

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