The dream of becoming a doctor was awakened after watching TV now Ruchika will become the first doctor of the village in her first attempt
मनमोहन सेजू/बाड़मेर. बचपन में टीवी में जब भी डॉक्टर दिखता था तो एक मासूम ने बड़े होकर डॉक्टर बनने का सपना संजोया था और उस मासूम ने वह सपना 12वीं की परीक्षा के साथ पूरा कर दिखाया है. हम बात कर रहे है, भारत-पाकिस्तान की सीमा पर बसे बाड़मेर के निम्बानियों की ढाणी की रुचिका भादू की.
बाड़मेर नवोदय विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम में 12वीं की परीक्षा के दौरान रुचिका ने नीट की परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया है. रुचिका भादू की ऑल इंडिया रैंक 1351 है और ओबीसी कैटेगरी में उसने देश में 432वां स्थान हासिल किया है. रुचिका के पिता बाड़मेर के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राउजी की ढाणी में शिक्षक हैं और माता कमला देवी गृहणी हैं. शिक्षक पिता जेठाराम भादू का कहना है कि बेटी ने कड़ी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया है.
12वीं के साथ की थी नीट की तैयारीरुचिका की मां कमला देवी गृहणी है और वह अपनी बेटी की सफलता का श्रेय उसकी पढ़ाई के प्रति एकाग्रता और निरन्तता को देती है. रुचिका स्कूलिंग के दौरान नेशनल कैडेट्स कोर का हिस्सा रही है और यहीं से उसके मन में देश सेवा का जज्बा जगा और उसके मुताबिक देश सेवा केवल खाकी पहनकर ही नहीं की जाती है. वह बताती हैं कि सफेद एप्रन पहनकर भी देश की सेवा की जा सकती है. रुचिका के मुताबिक उसने 99.1474296 परसेंटाइल हासिल कर 705 अंक प्राप्त किए है. इतना ही नहीं रुचिका ने 12वीं के परीक्षा के साथ-साथ नीट की परीक्षा दी थी. 12वीं में रुचिका ने 93 फीसदी अंक हासिल करने के साथ ही नीट की परीक्षा में भी सफलता के झंडे गाड़ दिए हैं.
FIRST PUBLISHED : June 6, 2024, 18:08 IST