कातिल हसीना के हुस्न का जाल, नहीं मिला माल तो कर दिया युवक को हलाल, कत्ल कर फेंक दी लाश, फिर…

विष्णु शर्मा.
जयपुर. राजधानी जयपुर में गलतागेट थाना पुलिस ने दिलीप सांवरिया ब्लाइंड मर्डर केस को सनसनीखेज खुलासा करते हुए एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल गैंग की ग्वालियर की 21 साल की अंजली सोनी समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. दिलिप को पहले हनीट्रेप में फंसाया गया था. बाद में उससे 50 लाख रुपये की मांग की गई थी. रुपये नहीं मिली तो गैंग ने उसे दिल्ली में मार डाला. बाद में उसके शव को वहीं एक नाले में फेंक दिया गया.
डीसीपी नार्थ राशि डोगरा डूडी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस गैंग में शामिल अंजली सोनी ने गलतागेट इलाके में रहने वाले दिलीप सांवरिया को हुस्न के जाल में फंसा कर शारीरिक संबंध बनाए. फिर मिलने के बहाने 20 मई को दिल्ली बुलाकर बंधक बना लिया. दो दिन तक उसे टॉर्चर किया. गैंग के साथियों ने दिलीप के परिवार को व्हाट्सएप कॉल कर 50 लाख रुपये की डिमांड की. उन्हें जब रुपये नहीं मिले तब दिलिप की हत्या कर दिल्ली में ही एक नाले में लाश को फेंक दिया. दिलीप सांवरिया 20 मई को फरीदाबाद जाने की बात कहकर जयपुर से निकले थे.
दिल्ली में फ्लैट में दिलीप को बंधक बनाकर किया टॉर्चरडीसीपी ने बताया कि इस मामले में अंजली सोनी समेत मुरैना मध्य प्रदेश के रहने वाले उसके पति प्रदीप गोस्वामी को गिरफ्तार किया है. प्रदीप जयपुर में ई रिक्शा चलाता है. इन दोनों के अलावा नांगली दिल्ली के विजय धानका और उत्तराखंड के संतोष कुमार को भी पकड़ा गया है. वारदात के वक्त काम में ली गई गाड़ी को जब्त कर लिया गया है. इसी गाड़ी में दिल्ली में दिलीप को नांगलोई में फ्लैट में ले जाकर बंधक बनाया गया था. गैंग के सदस्य इतने शातिर थे कि दिलीप को दिल्ली में ही बंधक बनाकर रखा.
शक नहीं हो इसलिए अंजली आ गई जयपुरकिसी को शक नहीं हो इसके लिए 21 मई को अंजली सोनी जयपुर आ गई. दो दिन बाद गैंग में शामिल विजय व अन्य भी दिलीप की हत्या कर लाश नाले में फेंकने के बाद जयपुर आ गए. वे लोग दिलीप सांवरिया के मोबाइल को भी लेकर आए. इस मोबाइल को ऑन कर लोकेशन बदलते रहे ताकि पुलिस और परिवार को गुमराह किया जा सके. जयपुर में दिलीप के मोबाइल की आखिरी लोकेशन कानोता इलाके में आई थी.
लाश को नाले में फेंककर चार धाम की यात्रा पर चले गए दो आरोपीडीसीपी राशि डोगरा के मुताबिक दिल्ली में दिलीप सांवरिया की हत्या के बाद अंजली और उसका पति प्रदीप गोस्वामी जयपुर आ गए. वहीं, हत्यारे विजय धानका और संतोष चार धाम की यात्रा पर चले गए. इस बीच दिलीप सांवरिया के बेटे ने 28 मई को गलतागेट थाने में पिता की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई. तब गलतागेट थाना पुलिस ने जांच शुरू की. इसमें दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड में कई जगह छापामारी की गई. उसके बाद चंबोली में विजय और संतोष को धरदबोचा. उन्होंने पूछताछ में दिलीप सांवरिया की हत्या कर लाश को दिल्ली के ही सुल्तानपुरी माजरा स्कूल के पास एक नाले में बिस्तर में लपेटकर फेंकने का खुलासा किया. विजय और संतोष की सूचना पर जयपुर से गैंग की अंजली सोनी व प्रदीप गोस्वामी को पकड़ा गया.
वसूली गई रकम मांगने लगा तब परेशान होकर हत्या की रची साजिशडीसीपी राशि डोगरा ने बताया कि ई रिक्शा चालक की पत्नी अंजली सोनी और उसकी गैंग अमीर लोगों को टारगेट कर हनीट्रेप का शिकार बनाते हैं. अंजली ने गलतागेट के दिलीप सांवरिया को भी ऐसे ही टारगेट कर हुस्न के जाल में फंसाया. उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. फिर उससे उधारी व अन्य बहानों से मोटी रकम वसूल कर ली. फिर दिलीप ने अंजली से रुपये वापस लौटाने का दबाव बनाया. इससे परेशान होकर अंजली ने पति प्रदीप और दिल्ली में मौजूद गैंग के साथियों के साथ मिलकर हत्या और 50 लाख रुपये फिरौती वसूलने की साजिश रची. उसी के मुताबिक अंजली सोनी पहले खुद 3 मई को दिल्ली चली गई. फिर 20 मई को काफी दबाव बनाकर मिलने के बहाने दिलीप सांवरिया को दिल्ली बुलाकर हत्या करवा दी.
पुलिस ने महज 10 दिन में आरोपियों को धरदबोचाशातिराना तरीके से दिलीप सांवरिया की हत्या कर चार धाम की यात्रा कर फरारी काटने वाले हत्यारों और हनीट्रेप में फंसाने वाली अंजली तथा उसके अन्य साथियों को जरा भी अंदाजा नहीं था कि वे पुलिस की गिरफ्त में आ जाएंगे. लेकिन कहते हैं ना कि पुलिस के हाथ लंबे होते हैं. आखिरकार वही हुआ. जयपुर की गलतागेट थाना पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर महज 10 दिनों के भीतर आरोपियों को धरदबोचा.
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FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 09:44 IST