Rajasthan
अनोखी है इस आदिवासी समाज की परंपरा, मेले में ही जीवनसाथी का होता है चुनाव

नक्की झील को आदिवासी समाज पुष्कर और गंगा की तरह पवित्र मानते हैं. वर्षभर में मृत परिजनों की अस्थियां संजोकर रखते हैं और बुद्ध पूर्णिमा के दिन नक्की झील में विधि-विधान से उनका तर्पण करते हैं. महिलाएं भी अपने परिजनों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करती हैं.