There is treatment for cataract disease in Ayurveda also it will be cured immediately without operation… – News18 हिंदी
अर्पित बड़कुल/दमोह:आज के दौर में बड़े,बूढे और युवा वर्ग के ज्यादातर लोग मोतियाबिंद की समस्या से जूझ रहे हैं. जिसके कारण कई लोगों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है.वैसे तो मोतियाबिंद के होने के पीछे बहुत से कारण होते हैं,लेकिन इसमें से कुछ अहम कारण ये भी हैं. जैसे, आंखों में लंबे समय तक सूजन बनी रहना, जन्मजात सूजन होना, आंख की संरचना में कोई कमी होना, आंख में चोट लग जाने जैसे महत्वपूर्ण कारण भी इस बीमारी का शिकार होने की वजह बन सकते हैं.
दरअसल, मोतियाबिंद की समस्या एक साथ दोनों आंखों में हो सकती है. इसके अलावा ये बीमारी एक साथ से दोनों ही आंखों से खत्म भी हो सकता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, मोतियाबिंद आपको अचानक से कभी नहीं दिखाई दे सकता और न ही आपको कुछ लक्षण समझ आयेंगे हैं. बल्कि, ये धीरे-धीरे आपकी आंखों को अपना शिकार बनाता है. एक लंबे समय के बाद ही इसके लक्षण नजर आने लगते हैं. वैसे तो अमूमन लोग एक ही सलाह देते हैं कि मोतियाबिंद से छुटकारा पाने के लिए सर्जरी या ऑपरेशन की जरूरत होती है. जबकि ऐसा नहीं है. मोतियाबिंद के लिए आयुर्वेद में बिना ऑपरेशन के इलाज मौजूद है.
एक साथ दोनों आंखों में भी हो सकता है मोतियाबिंद
दमोह के आयुर्वेद चिकित्सक डॉ ब्रजेश कुलपारिया ने लोकल18 से कहा कि आयुर्वेद पद्धति मे बिना ऑपरेशन के भी मोतियाबिंद का उपचार किया जा सकता है. इसके लिए प्याज, कपूर, देशी शहद और भीमसेनी का लेप बनाकर प्रतिदिन सुबह उठकर लगाने से आंखों के धुंधलेपन की समस्या छुटकारा मिल सकता है. इसके अलावा जो भी लोग डॉ ब्रजेश कुलपारिया से मोतियाबिंद बीमारी का उपचार लेना चाहते है तो इस मो. 97133 78024 से जुड़कर संपर्क भी कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 10, 2024, 11:26 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.