किस जज पर संसद में हुआ संग्राम, महुआ मोइत्रा ने कही ऐसी बात, रिजिजू हो गए गुस्से से लाल
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू पर लोकसभा में उन्हें धमकाने का आरोप लगाया. उन्होंने इस बारे में अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) को पत्र लिखा है. मामला जज बृजगोपाल हरकिशन लोया को लेकर टिप्पणी का है. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मोइत्रा ने कहा कि जज लोया अपने ‘समय से बहुत पहले दुनिया से विदा हो गए. मोइत्रा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया और आरोप लगाया, किरेन रिजिजू ने संसदीय नियमों और प्रक्रिया का पूरी तरह उल्लंघन करते हुए आज लोकसभा में मुझे खुलेआम धमकाया;
मोइत्रा ने कहा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वह रिजिजू के शब्दों को हटवा देंगे, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मोइत्रा ने कहा, इस निरंतर उत्पीड़न और धमकी के खिलाफ अंतर-संसदीय संघ को पत्र लिखा है. लोकसभा में महुआ मोइत्रा की कुछ टिप्पणियों पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी.
क्या कहा था मोइत्रा ने “मुझे नहीं लगता कि हमारे संविधान निर्माताओं ने कभी सोचा होगा कि जज किसी फैसले को लिखने के लिए कानून और संविधान के तर्कों को छोड़कर भगवान के साथ निजी बातचीत पर भरोसा करेंगे. आज सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिवंगत जस्टिस एचआर खन्ना के साहस का जिक्र किया, जिन्होंने 1976 के फैसले में असहमति जताई थी. मैं सभी को याद दिलाना चाहती हूं कि जस्टिस खन्ना 1976 के बाद भी 32 साल तक रहे, जब अधिकतर समय कांग्रेस की सरकार थी. उन्होंने अपनी आत्मकथा भी लिखी. इसके उलट, जज लोया अपने समय से बहुत पहले इस दुनिया से विदा हो गए.”
रिजिजू ने चेतायामोइत्रा ने जस्टिस बी एच लोया की मृत्यु ‘समय से बहुत पहले’ होने की बात कही थी, जिस पर सदन में हंगामा हुआ. इस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उन्हें ‘उचित संसदीय कार्रवाई’ की चेतावनी दी. रिजिजू ने कहा, हम उचित संसदीय कार्रवाई करेंगे. आप बच नहीं सकते. आप बहुत गलत मिसाल कायम कर रहे हैं. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि वे रिकॉर्ड देखेंगे. मोइत्रा ने सदन में ‘संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा’ में भाग लेते हुए केंद्र सरकार पर संविधान को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया.
बीजेपी हमलावरभारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक बहस के दौरान, मोइत्रा ने सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि वह आलोचनात्मक आवाजों को दबाने के लिए संस्थानों और विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है. टीएमसी नेता की टिप्पणी की अन्य भाजपा नेताओं ने भी निंदा की. भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने मोइत्रा के भाषण के बाद सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया और भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की आलोचना पर आपत्ति जताई, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं. दुबे ने मोइत्रा पर लोया की मौत के बारे में आक्षेप लगाने का आरोप लगाया.
विपक्ष ने रिजिजू पर सवाल उठाएउधर, वरिष्ठ विपक्षी सदस्यों, टीएमसी नेता सौगत रॉय और कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने भाजपा नेता किरेन रिजिजू के शब्दों के चयन पर विरोध जताया. दोनों सांसदों ने तर्क दिया कि अगर सत्ताधारी पार्टी को मोइत्रा के भाषण से कोई समस्या थी, तो वे कार्रवाई करने के लिए उचित संसदीय प्रक्रियाओं का पालन कर सकते थे.
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FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 01:23 IST