There will be a ban on auspicious activities in Malmas, charity and pilgrimage will increase – News18 हिंदी
पीयूष पाठक/अलवर . 23 तारीख से शुरू हुए मांगलिक कार्यों पर 15 दिसंबर के बाद रोक लग जाएगी. इसका कारण है कि 16 दिसंबर से मलमास चालू हो जाएगा. मलमास के चलते सभी मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. मलमास के दौरान भगवान सूर्य वृश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश करेंगे. हालांकि मलमास में मांगलिक कार्य पर रोक रहती है, लेकिन लोग दान पुण्य व तीर्थ यात्रा को अधिक महत्व मलमास में देते हैं.
यात्रा और दान से मिलता है सुख समृद्धि
अलवर शहर के पंडित गणेश दत्त ने बताया की मलमास में मांगलिक कार्य पर रोक रहती है. लेकिन लोग यात्रा दान पुण्य व सूर्य आराधना करते हैं. जिससे सुख शांति व समृद्धि मिलती है. शनिवार को दोपहर 3:58 पर सूर्य वृश्चिक राशि को छोड़कर धनु राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास शुरू हो जाएगा.
मलमास का समापन 14 जनवरी 2024 की रात 02:44 पर होगा. जहां सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा. इसके बाद मकर संक्रांति से फिर से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी. मलमास में लोग ज्यादातर भगवान के भजन- कीर्तन, तीर्थ यात्रा, वेदांत पुण्य अधिक करते हैं. साथ ही लोग स्नान भी करते हैं. क्योंकि इसका विशेष महत्व बताया गया है. इसे भी कठिन साधना का भाग माना जाता है.
गर्म कंबलों की हुई खूब बिक्री
मलमास में दान पुण्य के चलते बाजारों में गर्म कंबलों की खूब बिक्री हुई. लोग मलमास में दान करते हैं. इसके लिए दुकानदारों ने भी अपनी पहले से तैयारी कर रखी है. बाजारों में जहां देखो वहां गर्म कंबल की दुकानें सज गई. लोग यहां से एक साथ ही बड़ी मात्रा में कंबल खरीदते नजर आए. लोगों का कहना है कि साल में एक बार दान पुण्य भी करना चाहिए. मलमास में दान पुण्य करना अच्छा रहता है, इसलिए लोग गर्म कंबल खरीद रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 15, 2023, 14:17 IST