There will be relief from renewable energy, dependence on thermal power will remain | अक्षय उर्जा से मिलेगी राहत, थर्मल पॉवर पर बनी रहेगी निर्भरता

केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) ने ऑप्टिमल जेनरेशन मिक्स 2030 रिपोर्ट में कहा है कि भारत ने 2022-23 में 73 फीसदी बिजली कोयले से पैदा की है, लेकिन 2030 तक यह घटकर 55 प्रतिशत तक हो जाएगा।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) ने ऑप्टिमल जेनरेशन मिक्स 2030 रिपोर्ट में कहा है कि भारत ने 2022-23 में 73 फीसदी बिजली कोयले से पैदा की है, लेकिन 2030 तक यह घटकर 55 प्रतिशत तक हो जाएगा। बिजली उत्पादन के क्षेत्र में कोयले की हिस्सेदारी लगभग आधी हो जाएगी और इसकी जगह नवीकरणीय (रिन्यूएबल) ऊर्जा ले लेगी। लेकिन, कोयला उत्पादन पिछले साल से इस साल ९.२ फीसदी बढ़ गया है, इसके अलावा परिवहन बाधाएं दूर हुई हैं। साथ ही, समय पर भुगतान सुनिश्चित करना, लागत टैरिफ का निर्धारण, पारदर्शी सब्सिडी तंत्र, डिसबर्समेंट और प्रोविजन प्रोसेस, आपूर्ति के गुणवत्ता मानकों को निर्धारित करना और दंड समेत मुआवजे का प्रावधान, नियामक निरीक्षण और जवाबदेही बढ़ाना बिजली क्षेत्र के सुधार हैं, जो पिछले पांच-छह वर्षों में किए गए हैं।