These 10 basil leaves are full of health treasures and are full of medicinal properties. – News18 हिंदी

निखिल त्यागी/सहारनपुरःसहारनपुर के प्रकृति कुंज हर्बल वाटिका में 10 प्रकार के तुलसी के पौधे लगे हुए हैं.हिंदू धर्म में जहां तुलसी पूजन को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. वही तुलसी के पत्तों से आयुर्वेदिक इलाज भी किया जाता है.10 प्रकार की तुलसी के पौधों में व्यक्ति के शरीर में उपजी कई बीमारियों को ठीक करने की क्षमता होती है. आयुर्वेदिक चिकित्सकों की माने तो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी तुलसी के पत्तों का अर्क पीने से ठीक हो जाती है. प्रकृति कुंज हर्बल वाटिका में लगे हुए 10 प्रकार के तुलसी के पौधों के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई है.
सहारनपुर के दिल्ली रोड स्थित प्रकृति कुंज हर्बल वाटिका के अध्यक्ष आचार्य राजेंद्र अटल ने बताया कि रामा और श्यामा मुख्यतः दो प्रकार की तुलसी के विषय में अधिकतर लोगों को जानकारी है.लेकिन वनस्पति में तुलसी की प्रजाति 10 प्रकार की होती है. उन्होंने बताया कि हर्बल वाटिका में सभी 10 प्रकार की तुलसी के पौधे लगे हुए हैं. राजेन्द्र अटल ने बताया कि आध्यात्मिक रूप से तुलसी के पौधे का पूजन किया जाता है. हिन्दू धर्म के अनुयायियों के घर आंगन में तुलसी का पौधा आवश्यक रूप से लगा हुआ होता है. उन्होंने बताया कि पूजा के लिए महत्व रखने वाले तुलसी का आयुर्वेदिक रूप से बीमारियों के इलाज के लिए भी प्रयोग किया जाता है. आचार्य जी ने बताया कि शरीर की कई गंभीर बीमारियों के लिए तुलसी के पौधे की दवाई बहुत ही गुणकारी होती है.
10 प्रकार की होती है तुलसी
प्रकृति कुंज के अध्यक्ष राजेंद्र अटल ने बताया कि रामा व श्यामा प्रजाति की तुलसी के अलावा 10 प्रकार की तुलसी पाई जाती है.उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ तुलसी, मरवा तुलसी, पिपरमेंट तुलसी, नींबू तुलसी, मीठी तुलसी, मसाला तुलसी, हिमालय तुलसी, वन तुलसी सहित सभी प्रकार की तुलसी के पौधे हर्बल वाटिका में उपलब्ध हैं . राजेंद्र अटल ने बताया कि बद्रीनाथ तुलसी के पत्तों को पानी में पीकर सुबह शाम लेने से व्यक्ति के शरीर में मधुमेह नामक बीमारी को पूरी तरह से ठीक कर देने की क्षमता होती है.इसके अलावा शरीर में उपजी करीब 40 बीमारियों में तुलसी के पत्तों का प्रयोग रामबाण इलाज के रूप में माना गया है.
40 दिन तक उपयोग करें
आचार्य राजेंद्र अटल ने बताया कि वैज्ञानिकों का मत है कि यदि तुलसी के पौधे का नियमित रूप से 40 दिन तक उपयोग करें तो कैंसर जैसी घातक बीमारी को भी तुलसी के पौधे में खत्म करने की क्षमता होती है.उन्होंने बताया कि तुलसी के सात पत्तों को पानी मे उबालकर सुबह शाम पीना चाहिए. तुलसी के बीज व्यक्ति के शरीर की कमजोरी, नपुंसकता आदि में तुलसी बहुत उपयोगी है. राजेन्द्र अटल ने बताया कि स्त्री- पुरुष दोनों के शरीर मे आए प्रमेय रोग व यौन रोग में तुलसी के पत्तो का उपयोग कर ठीक किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल मे तुलसी के पत्तो से काफी संख्या में मरीज़ ठीक हुए हैं. तुलसी के पत्तो में शरीर के अंदर रोग रोधक क्षमता में वृद्धि करने के सभी गुण मौजूद हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 23, 2024, 13:24 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.