पेट की अंदरूनी शक्ति के लिए अमृत समान है ये 5 फूड, गैस, बदहजमी, ब्लॉटिंग सबका जड़ से हो सकता है खात्मा, ये है लिस्ट
5 Foods Strengthen Stomach: आपका पेट अंदर से कितना मजबूत है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी आंत में गुड बैक्टीरिया की संख्या कितनी है. जितने ज्यादा गुड बैक्टीरिया होंगे उतना ही अधिक आपका पेट अंदर से मजबूत रहेगा और आप उतना ही अधिक हेल्दी होंगे. पेट के सही होने से इम्यूनिटी बेहतर होगी और आपका मूड भी ठीक रहेगा. इंडियन एक्सप्रेस की खबर में सीके विरला अस्पताल, नई दिल्ली में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल मेडिसीन के डायरेक्टर डॉ. सुखविंदर सिंह सग्गु कहते हैं कि हमारी आतों में खरबों बैक्टीरिया होते हैं. ये डाइजेशन, इम्यूनिटी से लेकर शरीर के हर तरह के फंक्शन में भाग लेते हैं. यहां तक मेंटल हेल्थ के लिए भी गुड बैक्टीरिया का होना जरूरी है. लेकिन गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़े कैसे. इसके लिए आपको रोज कुछ खास तरह के फूड की जरूरत होगी. यहां हम ऐसे 5 फूड के बारे में बता रहे हैं जो डॉक्टरों ने बताए हैं.
पेट की अंदरूनी शक्ति बढ़ाने वाले फूड
1. सूखी अदरक-आयुर्वेद में अदरक पेट संबंधी हर समस्याओं का इलाज है. यह पेट में अपच, ब्लॉटिंग, गैस, बदहजमी की समस्या से मुक्ति दिला सकता है. अदरक सर्दी, खांसी, कोल्ड, कफ, गले में खराश जैसी परेशानियों में भी रामबाण है. यह ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकता है. इसलिए अदरक का सेवन हमेशा पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है. अदरक का सेवन किसी भी सब्जी में मिलाकर कर सकते हैं.
2. छाछ-छाछ फर्मेंटेड होता है. यह एक शानदार प्रोबायोटिक है जो पेट के लिए सबसे अधिक फायदेमंद है. छाछ पेट में करोड़ों गुड बैक्टीरिया को बढ़ा सकता है. छाछ का सेवन पेट को हेल्दी तरीके से बैलेंस रखता है. यह पेट में आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है. छाछ में लेक्टिक एसिड होता है जो लेक्टोज को डाइजेस्ट कर देता है. इसलिए जिन लोगों को लेक्टोज इंटॉलरेंस हैं, उनके लिए छाछ बेहद फायदेमंद है. गर्मी के मौसम में छाछ और अधिक फायदेमंद है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है.
3. गाय का घी-आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भवसार गाय का घी पेट संबंधी हर तरह की समस्याओं को सुलझा सकता है. इसकी तासीर ठंडी होती है और इसका टेस्ट भी बेहतरीन होता है. गाय का घी मसल्स टिशू को पोषण देता है. इससे मांसपेशियां मजबूत होती है. आयुर्वेद के मुताबिक यह आवाज को भी शुद्ध करता है. इसके अलावा मेमोरी पावर, स्किन हेल्थ, फर्टिलिटी, इम्यूनिटी आदि को भी बूस्ट करता है. गाय के घी में ब्यूटायरिक एसिड होता है. यह शॉर्ट चेन फेटी एसिड जो कोशिकाओं की लाइनिंग को पोषण देता है इससे कोशिकाओं में इंफ्लामेशन नहीं होता. इंफ्लामेशन की वजह से कई बीमारियां होती है.
4. मिश्री-इसे रॉक शुगर भी कहते हैं. यह चीनी का सबसे शुद्ध रूप है. डॉ. दीक्षा भवसार कहती हैं कि मिश्री का इस्तेमाल आयुर्वेद की कई दवाइयों को बनाने में किया जाता है. आप चीनी की जगह अपनी डाइट में भी मिश्री को शामिल कर सकते हैं. मिश्री का सेवन पेट के पाचन को मजबूत कर सकता है. इससे महिलाओं की समस्या पीसीओएस का भी अंत हो सकता है.
5. सीसीएफ-यह क्यूमिन यानी जीरा, कॉरियंडर यानी धनिया और फनेल यानी सौंफ की चाय है. इनमें से सभी सीड्स हैं और सभी में पाचन को सही करने वाले बेमिसाल गुण है. अगर आप सौंफ, धनिया और जीरा को मिलाकर इसकी चाय का सेवन करें तो इससे पेट में गैस, बदहजमी, एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या का अंत हो सकता है. इतना ही नहीं अगर पेट में किसी वजह से दर्द है तो वह भी इसकी चाय पीने से सही हो सकता है. इस चाय का सेवन ब्लड शुगर को भी घटा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : May 20, 2024, 16:58 IST