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टॉनिक की तरह काम करता है यह आयुर्वेदिक पौधा, शरीर में कूट-कूट कर भर देगा एनर्जी! तनाव को करता है छूमंतर

Last Updated:March 26, 2025, 06:05 IST

Ashwagandha medicinal plants Benefits: अश्वगंधा पौधा स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. आज आपको हम अश्वगंधा के फायदे, खेती कैसे करें और इस पौधे की खेती से कमाई कैसे करें, इसके बारे में बताएंगे.X
अश्वगंधा
अश्वगंधा की तस्वीर

हाइलाइट्स

अश्वगंधा से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है.अश्वगंधा तनाव कम करने में मददगार है.अश्वगंधा की खेती से किसानों को लाभ हो सकता है.

जहानाबाद. प्रकृति में ऐसे कई पौधे हैं, जो बहुत ही खास है, उन्हीं में से एक है, अश्वगंधा. इसे आयुर्वेद में बहुत ही खास औषधियों में से एक माना गया है. यह एक ऐसा औषधीय पौधा है, जिसके इस्तेमाल से शरीर में एनर्जी बढ़ने के साथ-साथ तनाव कम करने में मदद मिलती है. इसलिए, इसका प्रयोग कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी में किया जाता है. ठंड में तो यह टॉनिक की तरह काम करता है. इसलिए इसकी डिमांड काफी ज्यादा रहती है. ऐसे में तो चलिए आज आपको हम अश्वगंधा के फायदे, खेती कैसे करें और इस पौधे की खेती से कमाई कैसे करें, इसके बारे में बताएंगे.

मगही पान अनुसंधान केंद्र इस्लामपुर में पौधों की एक-एक हरकत पर नजर रखने वाले अवधेश प्रसाद चौरसिया ने Local 18 को बताया कि यह इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है. यही कारण है कि इसकी मांग कोरोना काल में काफी ज्यादा बढ़ गई थी. इस पौधे के जड़ में कंद मौजूद होता है, जिसका पाउडर तैयार कर उपयोग किया जाता है. इसी से दवाई भी तैयार की जाती है. काढ़े के रूप में भी इस पौधे का इस्तेमाल हो सकता है. सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका इस्तेमाल से शरीर में एनर्जी काफी ज्यादा मिलती है. शरीर में एनर्जी का लेवल काफी ज्यादा बढ़ा देता है.

कैसे करें इसकी रोपाईउन्होंने बताया कि जैसा की नाम से ही स्पष्ट हो रहा है, इसमें एक अश्व के बराबर की शक्तियां मौजूद होती है. इसके सेवन से शरीर काफी ज्यादा ऊर्जावान हो जाता है. इसकी खेती आप जलजमाव से अलग कर सकते हैं. जहां कहीं जल का ठहराव न हो, वहां लगा देंगे तो यह आसानी से उग आयेगा. इसकी रोपाई 30 cm गुना 20 cm पर कर सकते हैं. मगही पान रिसर्च सेंटर में करीब 10 हजार पौधे लगाए गए हैं. हमारे यहां जितने भी पौधे लगाए जाते हैं, उस पर हमारे यहां के वैज्ञानिक प्रयोग करते हैं.

अश्वगंधा की डिमांड बढ़ रहीउनके मुताबिक, इसकी खेती के लिए भुरभुरी मिट्टी होना चाहिए. यहां की धरती पर भी इसकी खेती संभव है. क्योंकि यहां की मिट्टी है. हल्की मिट्टी इस कारण होना चाहिए ताकि इसके सोर का फैलाव अच्छे से हो सके. अन्य खेती से इसकी डिमांड ज्यादा है. यहां से कई पेड़ बाहर जाते हैं. इसलिए इसकी खेती करने से किसानों को फायदा भी हो सकता है.

Location :

Jehanabad,Jehanabad,Bihar

First Published :

March 26, 2025, 06:05 IST

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टॉनिक की तरह काम करता है यह पौधा, शरीर में कूट-कूट कर भर देगा एनर्जी!

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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