Rajasthan

फोड़ा-फुंसी में कारगर है यह घास, विटामिन समेत पाए जाते हैं कई तत्व, भरतपुर चिकित्सक से जानें उपयोग का तरीका-Rich in medicinal properties, this ordinary sea grass is a remedy for diabetics and various diseases of the body

भरतपुर : प्रकृति में विभिन्न प्रकार की औषधियां हैं. जो शरीर के लिए काफी अच्छी होती हैं. इसके साथ फायदेमंद भी मानी जाती हैं. इन्हीं औषधीय में से एक है. जो हर जगह आसानी से मिल जाती है. इस घास को नॉर्मल घास न समझे क्योंकि यह शरीर के कई रोगों के लिए काफी फायदेमंद घास मानी जाती है. इस घास को दूर्वा दुब के नाम से जाना जाता है. इस घास को मांगलिक कार्यक्रम में भी उपयोग किया जाता है. इसको हिंदू धर्म में काफी पवित्र घास माना जाता है. यह घास शरीर के लिए काफी महत्वपूर्ण और फायदेमंद की होती है.यह घास औषधि गुणों से होती है भरपूरआयुर्वेद डॉक्टर चंद्रप्रकाश दीक्षित बताते हैं कि यह घास कभी पवित्र घास मानी जाती है. इसी के साथ इस घास में कई पोषक तत्वों और औषधीय गुणों होते है. इस घास में विटामिन A, विटामिनC, प्रोटीन, पोटैशियम, मैग्नीशियम एसिटिक एल्कलॉइड और ग्लूकोसाइड जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसके अलावा, इसमें एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबिल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण भी मौजूद होते हैं. जो शरीर के लिए काफी अच्छी होती है.

आयुर्वेद डॉक्टर चंद्र प्रकाश दीक्षित बताते है की इस घास मे ब्‍लड शुगर को कंट्रोल करने से लेकर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने तक के गुण होते हैं. इस दूर्वा घास की तासीर काफी ठंडी होती है. इसका स्वाद हल्का मीठा होता है. शरीर के बाहर और शरीर के अंदर दोनों ही समस्याओं के लिए यह कारगर औषधि है.

ऐसे करें इस घास का उपयोगआयुर्वेदिक डॉक्टर चंद्रप्रकाश दीक्षित बताते हैं कि इस घास का उपयोग हमें डॉक्टरों की देखरेख में करना चाहिए घास को हम विभिन्न प्रकार से उपयोग कर ले सकते हैं. जैसे मिश्री के साथ सौंफ के साथ एवं इस घास की चटनी बनाकर कर सकते हैं. साथ ही इस घास को पुदीना एवं धनिया में मिलकर भी हम इसका सेवन कर सकते हैं. इस घास को पीसकर फोड़ा फुंसी वाली जगह पर लगाने से वह जल्दी से ठीक हो जाती है. यह घास शरीर की के लिए काफी कारगर होती है.

FIRST PUBLISHED : June 1, 2024, 21:08 IST

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