बेजुबानों की प्यास बुझा रहा है ये ग्रुप, शुरू की अनोखी मुहिम, हर कोई कर रहा इसकी सराहना

बदलते मौसम की मार से इंसान तो खुद को बचा लेता है लेकिन बेजुबान पक्षी खुद को नहीं बचा पाते हैं. इस कारण भीषण गर्मी बेजुबान पक्षियों के लिए कई बार काल बन जाते हैं. इन बेजुबानों के दर्द को देखते हुए जीव दया मैत्री ग्रुप पिछले 4 सालों से इनके दाना-पानी की व्यवस्था में लगा हुआ है. देशभर में तेज गर्मी और बरसते अंगारों के बीच बेजुबान पंछियों के लिए लोग कदम बढ़ा रहे हैं. सरहदी बाड़मेर में जीव दया मैत्री ग्रुप बेजुबान पंछियों के लिए लगातार कदम बढ़ा रहा है.
कहते हैं जिसका कोई नहीं होता उसका ऊपर वाला होता है और ऊपर वाले ने सबके लिए दाना पानी की व्यवस्था की है. किसी न किसी को माध्यम बनाकर ऊपर वाला सबके लिए दाना और पानी की व्यवस्था करता है. सरहदी बाड़मेर में कुछ ही काम कर रहा है जीवदया मैत्री ग्रुप. भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर में जीव दया मैत्री ग्रुप ने रविवार को एक साथ 500 माटी के परिंडे बांटे हैं. लगातार 4 साल से ग्रुप के संयोजक एडवोकेट मुकेश जैन और उनके भाई राकेश जैन अब तक हजारों परिंडे बांट चुके हैं.
500 परिंडे बांटे हैबाड़मेर जिले के कई जगहों पर अब दर्जनों आयोजनों के जरिए पंछियों के परिंडों का वितरण किया जा चुका है. रविवार को पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी और ब्रह्मकुमारी आश्रम की बबिता बहन ने 500 परिंडे बांटे है. चौधरी ने कहा कि गर्मी के इस मौसम में लोगो को आगे आकर इन बेजुबानों की मदद करनी चाहिए. बाड़मेर शहर निवासी एडवोकेट मुकेश जैन पिछले करीब 4 वर्षों से लगातार पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करते आ रहे हैं. जीव दया मंत्री ग्रुप के माध्यम से बाड़मेर शहर में प्रतिवर्ष परिंडे लगाने एव तालाब में पक्षियों के लिए पानी डालने का काम कर रहे हैं. वह बताते हैं कि कोरोना काल में शुरू हुआ कारवां आज भी बदस्तूर जारी है.
FIRST PUBLISHED : May 19, 2024, 15:04 IST