बिच्छू की तरह ढंक मारती है ये जड़ी-बूटी! शरीर के अंदर जमी गंदगी को निकालती है बाहर, एलर्जी में भी कारगर

जयपुर:- पहाड़ी इलाकों में उगने वाली बिच्छू डूबूटी या बिछुआ में अनेकों आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं. ये एक ऐसी पारंपरिक औषधीय जड़ी-बूटी है, जो अपनी पत्तियों में उगे डंकों या अदृश्य कांटों के लिए बदनाम है. जंगलों में घास के बीच उग आने वाली इस जड़ी बूटी की पत्तियों पर जब गलती से हमारे शरीर का कोई हिस्सा छू जाता है, तो दर्दनाक डंक जैसा एहसास होता है. लेकिन यह बिच्छू डूबूटी सेहत के लिए बहुत उपयोगी है. यह सचमुच बड़े काम की वानस्पतिक औषधि है. सर्दियों में इसके इस्तेमाल से शरीर में गुनगुनी गर्माहट का प्रवाह रहता है. यह जोड़ों के सूजन को कम करता है और रक्त में शर्करा को नियंत्रण करता है. जिन लोगों को मूत्र करने में परेशानी हो, उन्हें इसका इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि इससे मूत्र प्रवाह बेहतर होता है.
बिच्छू बूटी के फायदे आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने लोकल 18 को बताया कि बिच्छू बूटी की पत्तियों में विटामिन ए, विटामिन सी के साथ-साथ आयरन, प्रोटीन और कई तरह के खनिज पदार्थ पाये जाते हैं. इसका चाय बनाकर पीने से गुनगुनी सर्दियों में शरीर को बहुत राहत मिलती है और हम शुरुआती सर्दी के संक्रमण से बचे रहते हैं. इसका इस्तेमाल त्वचा की एलर्जी कम करता है. इसके नियमित चाय पीने से शरीर का डिटॉक्सीफिकेशन होता है. इसके अलावा इसके बीज और अर्क के इस्तेमाल से शरीर में सेरोटोनिन बढ़ता है, जिससे ऊर्जा मिलती है. बिच्छू बूटी के कटीले पत्तों का दरदरा लेप बनाकर अगर सूजे हुए जोड़ों में लगाया जाए, तो जोड़ों के दर्द में कमी होती है. बिच्छू बूटी में एंटी-अस्थेमेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाये जाते हैं, जो अस्थमा रोगियों की परेशानियों को कम करते हैं.
ये भी पढ़ें:- इस पीले फूल में छिपे हैं रहस्यमयी गुण! फल, पत्ती, छाल…सभी दवाइयों का खजाना, वैवाहिक जीवन में लाता है खुशहाली
पहाड़ी क्षेत्र और मैदानों में उगती है यह औषधियह औषधि पहाड़ी और मैदानी जंगलों में अपने आप उगती है. लेकिन कई इलाकों में इसकी खेती भी अच्छी तरह से होती है. इसके आयुर्वेदिक गुणों के कारण अब इसका उपयोग बढ़ गया है. इसे पंसारियों की दुकान से जड़ी बूटी के रूप में और इसके इस्तेमाल से बनी तमाम औषधियों को आयुर्वेदिक दवा स्टोरों से खरीदा जा सकता है. यह शरीर से अच्छी तरह से विषाक्त पदार्थों को निकलता है. इसलिए इसका इस्तेमाल डिटॉक्सीफिकेशन के तौर पर भी होता है. इसके इस्तेमाल से हमारी पाचन क्षमता बेहतर होती है और स्वास्थ्य रक्षा प्रणाली मजबूत बनती है.
Tags: Health News, Health tips, Local18
FIRST PUBLISHED : November 4, 2024, 17:47 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.