Rajasthan

इस हाई तकनीक के ड्रोन ने अन्नदाताओं के काम को किया आसान, घंटों में हो रहा एक दिन का काम

पाली. देशभर में अपडेट होती तकनीक का लाभ अब अन्नदाताओं को भी मिलने लगा है. बदलते समय के साथ अब पाली जिले के किसान अब हाईटेक तकनीक से जुडकर एक नई क्रांति ला रहे है. पाली जिले के रोहट पंचायत समिति के चोटिला गांव के किसान अब अपने खेतों में ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव करवाने लगे है, ड्रोन का उपयोग कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति ला रहा है. यह न केवल किसानों का समय बचाता है, बल्कि फसल की गुणवत्ता में भी सुधार करता है.

इस नई तकनीक का उपयोग करने वाले किसानों के चेहरे पर खुशी का कोई ठिकाना नही है साथ ही वह बताते भी है कि इस नई तकनीक के उपयोग से उनका काफी समय बच रहा है. पहले उनको एक पूरा दिन लग जाता था लेकिन ड्रोन से यह काम कुछ ही घंटो में हो रहा है. इस नई तकनीक का एक तरह से देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पाली जिले के किसान अपने खेतो में इस नई तकनीक का उपयोग कर साकार करते हुए नजर आ रहे है.

15 से 20 बीघा में दवा का किया जा रहा छिड़कावपाली जिले के किसान अब ड्रोन का उपयोग कर अपनी फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं. इस नई तकनीक से किसानों को समय और लागत दोनों की बचत हो रही है. पाली के क्षेत्रीय अधिकारी राहुल चौधरी के अनुसार ड्रोन से एक घंटे में 15-20 बीघा में दवा का छिड़काव किया जा सकता है. यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में बहुत तेज है. ड्रोन फसल के हर पौधे पर समान मात्रा में दवा का छिड़काव करता है, जिससे फसल की पैदावार बढ़ती है.

पूरे दिन का काम हो रहा कुछ ही घंटो मेंचोटिला गांव के किसान महेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने ड्रोन से दवा का छिड़काव करवाया है और उन्हें इससे बहुत फायदा हुआ है. उन्होंने कहा कि पहले दवा का छिड़काव करने में पूरा दिन लग जाता था, लेकिन ड्रोन से यह काम कुछ ही घंटों में हो गया है. अब उम्मीद है कि इस बार हमारे खेतो की जो फसले है वह और भी अधिक बेहतर हो सकेगी.

खेत में इस तरह काम करता है ड्रोनखेतों में ड्रोन का इस्तेमाल फसलों पर खाद या कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए किया जाता है. ड्रोन उड़ान भरने से पहले, खेत का एक नक्शा बनाया जाता है. यह नक्शा ड्रोन को यह बताने में मदद करता है कि कहां जाना है और कितनी मात्रा में खाद या कीटनाशक का छिड़काव करना है. ड्रोन को खेत में उड़ान भरने के लिए प्रोग्राम किया जाता है और यह स्वचालित रूप से नक्शे में निर्धारित मार्ग का अनुसरण करता है. ड्रोन टैंक में मौजूद खाद या कीटनाशक को फसलों पर छिड़कता है.

Tags: Local18, Pali news, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : December 15, 2024, 17:01 IST

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