पायलट पर गरजे निर्दलीय विधायक, ‘किसी ने सरकार गिराने की कोशिश की तो धूल चटा देंगे’

खुशवीर जोजावर, कांति मीणा, लक्ष्मण मीणा और बाबूलाल नागर मौजूद रहे. हालांकि बलजीत यादव बैठक में शामिल नहीं हुए. बैठक के बाद निर्दलीय विधायकों ने प्रेसवार्ता की जिसमें उन्होंने
कोरोना मैनेजमेंट के लिए सीएम गहलोत का आभार जताया.
निर्दलीय विधायकों ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा या फैसला सीएम पर छोड़ते हैं. रिक्त पद भरने, संविदा कार्मिकों की नियमित भर्ती का केंद्र से आग्रह करते हैं. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए
विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने हमें एसोसिएट मेम्बर बनाया है. किसी को हम पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं है. प्रदेशवासियों को स्थिर सरकार देना हमारा कर्तव्य है. सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हुई तो धूल चटाएंगे.
उन्होंने आगे कहा, “अशोक गहलोत के नेतृत्व में पहले भी इरादे नेस्तनाबूत किये गए. मुख्यमंत्री को षडयंत्र रचने का समय ही नहीं है. अशोक गहलोत ने भाजपा के नेताओं को घुटने टिकवा दिए थे. पायलट भाग्यशाली हैं, अच्छे घर में पैदा हुए. लगातार पद मिलते चले गए. उन्होंने संघर्ष देखा नहीं.”
लोढ़ा ने आगे कहा, “हम साधु-सन्यासी नहीं है, राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. मुख्यमंत्री जिसे चाहेंगे उसे मंत्री बनाएंगे.” इंद्राज गुर्जर के बयान पर संयम लोढ़ा ने कहा कि शेर भी जानवर होता है.”
दरअसल, इंद्राज गुर्जर ने पायलट को शेर बताया था और कहा था कि गीदड़ मिलकर भी शेर का शिकार नहीं कर पाते. महादेव सिंह खंडेला ने कहा कि अशोक गहलोत भी कांग्रेस से ही ताल्लुक रखते हैं, इसलिए बयान दिया था.