Rajasthan
कोयले की आंच पर तपकर बनती है सुहाग की ये निशानी, ऐसे होता है तैयार

वर्षों से लाख के चूड़े बनाने का काम कर रहे गौरी बताते हैं कि इसके लिए पहले वह कच्चा लाख खरीदते हैं और लाख को एक लकड़ी के डंडे की सहायता से गर्म कोयलों की आंच पर तपाकर पाटे पर उसकी बेलाई करते हैं और बेलाई के साथ उस पर भट्टी की सहायता से रंग चढ़ा देते हैं.