Health

1 या 2 नहीं 27 जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है ये चाय, स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी, 3-4 फ्लेवर भी उपलब्ध-This tea is prepared from not 1 or 2 but 27 herbs, beneficial for health, 3-4 flavors also available

सिरोही : भारत देश में चाय का इतिहास काफी पुराना है. देश के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग तरीके से चाय बनाई जाती है, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं 27 जड़ी बूटियों से तैयार होने वाली एक चाय के बारे में. ये चाय पीने के लिए आपको नेशनल हाइवे से धनारी गांव आना होगा. धनारी गांव के मुख्य गेट के पास ही एक दुकान पर 27 जड़ी बूटियों की चाय के नाम से ये दुकान आपको नजर आ जाएगी. धनारी गांव के महेंद्रभाई राजपुरोहित रोजाना ये चाय तैयार करते हैं. लोग भी इसके स्वाद को खूब पसंद करते हैं. एक बार जो ये चाय पीने आता है वो दुबारा जरूर यहां रुकता है.

7-8 सालों से चला रहे दुकानमहेंद्रभाई राजपुरोहित करीब 7-8 वर्षों से अरावली की पहाडियों से जड़ी बूटियां लाकर चाय बनाते हैं. चाय पीते ही आम चाय से एक अलग स्वाद आपको महसूस होगा. ये स्पेशल चाय मिट्टी के कुल्लड में ही पिलाई जाती है. चाय के बारे में महेंद्रभाई ने बताया कि इन जड़ी बूटियों के बारे में उन्हें उनके गुरू से जानकारी मिली. जिसके बाद 7-8 वर्ष पूर्व उन्होंने चाय के साथ ​इन जड़ी बूटियों के उपयोग के बारे में सोचा.

रोजाना सुबह 6 बजे से रात्रि तक चाय का काम करते हैं. महीने में दो-तीन बार अरावली की पहाडियों में जाकर वो ये जड़ी बूटियां लाते हैं. दुर्गम पहाडियों से ये जड़ी बूटियों को ढूंढने के दौरान कई बार एक दो दिन भी लग जाते हैं. इनमें वड़ के पेड़ का फल, आम के पेड़, तुलसी समेत कुछ अन्य जड़ी बूटियों का प्रयोग किया जाता है.

तीन-चार फ्लेवर की चाय महेंद्र भाई ने बताया कि यहां चाय भी तीन-चार फ्लेवर में बनाई जाती है. इसमें गुलाब, तुलसी समेत तीन-चार प्रकार की चाय बनाई जाती है. सभी 27 जड़ी बूटियों का उपयोग सर्दी और बारिश के समय किया जाता है. गर्मियों में कुछ जड़ी बूटियों का उपयोग नहीं किया जाता है, क्योंकि कुछ जड़ी बूटियां शरीर में गर्मी उत्पन्न करती है, जिससे गर्मी में शरीर में नुकसान होने की भी आशंका रहती है. ऐसे में इन जड़ी बूटियों का उपयोग नहीं किया जाता है.

स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी महेंद्र भाई ने बताया कि अन्य चाय का अधिक सेवन करने से गैस और डायजेशन जैसी समस्या होती है, लेकिन इस चाय में डाली जाने वाली कुछ जड़ी बूटियों की वजह से इस चाय से कब्ज और एसिडिटी की दिक्कत नहीं होगी. किसी को पेट में जलन की दिक्कत होने पर भी इस चाय का सेवन करने से समस्या दूर होती है. फोरलेन के पास ही दुकान होने से काफी लोग चाय पीने यहां आते हैं.

Tags: Health, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : June 8, 2024, 06:01 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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