Health

स्लीप वॉकिंग की समस्या के लिए रामबाण है ये योग, मानसिक तनाव में भी कारगर! जानें एक्सपर्ट की राय

ऋषिकेश : अगर आप या आपके परिवार में कोई नींद में चलने की समस्या से पीड़ित है, तो ये खबर आपके लिए है. योग विशेषज्ञों का मानना है कि नियमित रूप से कुछ विशेष योगासन करने से इस बीमारी को जड़ से ठीक किया जा सकता है. नींद में चलना एक गंभीर समस्या है, जिसे मेडिकल भाषा में स्लीपवॉकिंग या सोमनाम्बुलिज़्म कहते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार नींद में चलने की समस्या एक ऐसी बीमारी होती है, जो ब्रेन डिसऑर्डर की वजह से होती है. इसके साइकैट्रिक और न्यूरोलॉजिकल दोनों रूप होते हैं. इसमें व्यक्ति नींद में उठकर चलने फिरने लगता है. आमतौर पर ये गहरी नींद के दौरान होता है. यह बीमारी सोने के पहले कुछ घंटों में चरम पर होता है, इसलिए नींद में चलने की समस्या आमतौर पर सोने के बाद पहले कुछ घंटों में होती है.

एक्सपर्ट के अनुसार नींद में चलने के लिए कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन आम तौर पर पर्याप्त नींद लेने और सोने से पहले एक नियमित और आरामदायक दिनचर्या अपनाने से इसमें मदद मिल सकती है. इस बीमारी के लिए दवा के बजाय योग प्राकृतिक उपाय हो सकता है. खास बात यह है कि कई बार अंग्रेजी उपचार करने के बावजूद भी 100 फीसदी परिणाम नहीं मिल पाता है. ऐसे में योग का एक विशेष आसान इसमें बेहद कारगर साबित हुआ है. एक्सपर्ट्स की मानें, तो योग निद्रासन और कुछ अन्य आसनों का अभ्यास एक महीने तक नियमित करने से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. योग एक्सपर्ट ने बीमारी को ठीक करने वाले योगासन और उनकी प्रक्रिया को बेहद आसान तरीके से समझाया है.

नींद में चलने की समस्या का कारणडॉक्टर का कहना है कि नींद में चलना किसी भी उम्र में शुरू हो सकता है लेकिन बच्चों में यह अधिक आम है. वहीं, अधिकांश मामलों में यह युवावस्था तक पहुंचते-पहुंचते खत्म हो जाता है, लेकिन कभी-कभी यह अधिक उम्र तक भी बना रह सकता है. वहीं, कुछ लोगों में यह आदत बड़े होने के बाद शुरू होती है, जिसके कुछ गंभीर कारण हो सकते हैं, इस बीमारी में व्यक्ति को खुद पता भी नहीं होता कि वह क्या कर रहा है. यह समस्या अक्सर मानसिक तनाव, थकान, या अनियमित नींद की वजह से होती है. ऐसे में योग इस समस्या के समाधान के लिए एक प्रभावी तरीका साबित हो सकता है.

मानसिक तनाव भी होगा कमयोग गुरु योगा ट्रेनर आजाद भट्ट ने लोकल 18 को बताया कि यह एक ऐसा योगासन है जो दिमाग और शरीर को गहरी शांति प्रदान करता है. यह आसन मस्तिष्क को शांत करके मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है, जो नींद में चलने की समस्या का एक प्रमुख कारण होता है.

निद्रासन योग करने की विधियोगा ट्रेनर आजाद भट्ट ने लोकल 18 को बताया कि जमीन पर योगा मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं. अब अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाकर शरीर को लंबा खींचें. धीरे-धीरे अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांसें लें. अब अपने शरीर को ढीला छोड़ते हुए, मस्तिष्क को पूरी तरह से शांत रखें और ध्यान लगाएं. शरीर को स्थिर रखते हुए 10-15 मिनट तक इस स्थिति में रहें. इस आसन का रोजाना अभ्यास मानसिक तनाव को दूर करता है और मस्तिष्क को गहरी नींद की अवस्था में पहुंचाता है.

अन्य प्रभावी योगासनयोगा ट्रेनर आजाद भट्ट ने लोकल 18 को बताया कि भ्रामरी, प्राणायाम श्वसन तंत्र को शांत करने और दिमाग को स्थिर करने में मदद करता है. इसके अभ्यास से मस्तिष्क में शांति और स्थिरता आती है, जो नींद से संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है. वहीं दूसरी ओर बालासन गहरी शांति और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है. बालासन को 5-10 मिनट तक करने से मस्तिष्क शांत होता है और व्यक्ति को अच्छी नींद आती है.

शवासन : शवासन का अभ्यास शरीर और मस्तिष्क को पूरी तरह से विश्राम देने का सबसे अच्छा तरीका है. यह आसन तनाव को कम करने के साथ-साथ दिमाग को शांत करता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है.

नाडी शोधन प्राणायाम : नाड़ी शोधन प्राणायाम मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है.यह प्राचीन योग अभ्यास मानसिक संतुलन लाने और तंत्रिका तंत्र को शांत करने में भी सहायक होता है.

क्या है एक्सपर्ट की सलाहलोकल 18 के साथ बातचीत के दौरान आरोग्य योग स्कूल के योगा ट्रेनर आजाद भट्ट ने बताया कि इन आसनों को करने के साथ-साथ मानसिक शांति और नियमित दिनचर्या का पालन करना भी जरूरी है. दिन में समय निकालकर मेडिटेशन करें और सोने से पहले तनावमुक्त रहें. इसके अलावा, सोने का सही समय तय करें और रात में भारी भोजन से बचें.

Tags: Health News, Life18, Local18, Rishikesh news, Uttarakhand news

FIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 16:37 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj