सर्दियों की औषधि है बथुआ, जाने इसकी सब्जी और रायता बनाने की रेसिपी, शरीर के लिए है फायदेमंद

सीकर: सर्दियों के मौसम में मिलने वाला बथुआ एक पौष्टिक और गुणकारी हरी पत्तेदार सब्ज़ी है. इसे आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है. यह न केवल स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि शरीर को अंदर से मजबूत करता है. गांव से लेकर शहरों तक बथुआ की सब्ज़ी और रायता लंबे समय से पारंपरिक खानपान का हिस्सा हैं. वर्तमान समय में जब पाचन संबंधी समस्याएं, कमजोरी और इम्यूनिटी की कमी आम होती जा रही है, तब बथुआ जैसे सस्ते और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ का सेवन बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है.
बथुआ में आयरन, कैल्शियम, फाइबर और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के साथ-साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक हैं. बथुआ की सब्ज़ी शरीर को गरमाहट और संतुलित पोषण देती है, जबकि इसका रायता ठंडक, ताजगी और स्वाद का अनोखा संयोजन प्रस्तुत करता है. सर्दियों में बथुआ का नियमित सेवन सेहत के लिए वरदान माना जाता है.
इन सामग्री की पड़ती है जरूरतग्रामीण संजना देवी ने बताया कि बथुआ से सब्जी और रायता दोनों बनाया जा सकता है. इन्हें बनाना बहुत आसान है. बथुआ की सब्ज़ी और रायता बनाने के लिए सामग्री में ताजा बथुआ के पत्ते, सरसों का तेल या देसी घी, जीरा, लहसुन, हरी मिर्च, थोड़ा प्याज़, हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च, नमक और दही की आवश्यकता होती है. इसके अलावा रायते के लिएइन अब सामग्री के साथ भुना जीरा पाउडर और काला नमक भी लिया जाता है.
बथुआ की सब्ज़ी बनाने की विधिग्रामीण संजना देवी ने बताया कि बथुआ की सब्ज़ी बनाने के लिए सबसे पहले बथुआ को अच्छी तरह धोकर बारीक काटें. फिर बथुये को उबाल लें, अब कढ़ाही में सरसों का तेल या देसी घी गरम करें, उसमें जीरा डालें. अब इसके बाद लहसुन और हरी मिर्च डालकर हल्का भूनें. फिर इसके बाद प्याज डालकर सुनहरा होने तक भून लें. अब कटे हुए बथुआ के पत्ते डालें, हल्दी, नमक और मसाले मिलाए. इसके बाद ढककर धीमी आंच पर पकाएं. जब बथुआ अपना पानी छोड़कर गल जाए तब सब्ज़ी बनकर तैयार हो जाती है.
बथुआ का रायता बनाने की विधिग्रामीण संजना देवी ने बताया कि बथुआ से न केवल सब्जी, बल्कि रायता भी बनाया जा सकता है जो खाने में बेहद ही स्वादिष्ट होता है. इसे बनाने के लिए बथुआ को काट कर हल्का उबाल लें. अब सिलबट्टे पर साबुत लाल मिर्च को पीस लें और हरा धनिया डालकर लाल मिर्च की चटनी सिलबट्टे पर बना लें. फिर उबला हुआ बथुआ में से पानी निकाल कर अच्छे से निचोड़ लें. फिर बथुए में लाल मिर्च की चटनी मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें. इसके बाद फिर उसके अंदर छाछ डालकर मिला लें. फिर अब उसके अंदर चूल्हे से अंगारा लेकर उसमें रख दें और उसके ऊपर देसी घी डालकर ढक दे. 5 से 10 मिनट के लिए छोड दे. फिर अंगारा को निकाल दें, हो गया रायता तैयार.
पाचन क्रिया को मजबूत करता है बथुआहेल्थ एक्सपर्ट डॉ. प्रिया वर्मा ने बताया कि बथुआ ने केवल स्वाद में स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत में भी फायदेमंद होता है. बथुआ का रायता पेट को ठंडक देता है, पाचन क्रिया को मजबूत करता है और एसिडिटी से राहत दिलाता है. इसके अलावा यह शरीर की कमजोरी को दूर करने में भी फायदेमंद होता है. बथुआ की सब्ज़ी खून की कमी दूर करने, पाचन सुधारने और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है. इसके अलावा यह कब्ज़, गैस और पेट की समस्या के लिए भी बहुत गुणकारी है.



