Tourist Places: प्रेम का अनूठी मिसाल सिसोदिया बाग, कारीगरी का नायाब नमूना, रोजाना देखने आते हैं सैकड़ों लोग

Last Updated:May 05, 2025, 22:37 IST
Tourist Places: सिसोदिया रानी बाग का निर्माण 1699-1743 ई. के बीच सवाई जयसिंह ने उदयपुर की रानी चंद्रकुंवर सिसोदिया के नाम पर कराया था. यह बाग प्रेम की एक अनूठी मिसाल पेश करता है.X
सिसोदिया रानी बाग का निर्माण 1699-1743 ई. मे किया गया था।
हाइलाइट्स
सवाई जयसिंह ने 1699-1743 ई. में कराया था सिसोदिया रानी बाग का निर्माणजयपुर के घाट की गुणी की पहाड़ियों की तलहटी में स्थित है यह बागबाग में मिलती है भगवान कृष्ण और राधा की प्रेम कहानियों की झलक
जयपुर. गर्मियों के मौसम में लोग सुंदर बाग-बगीचे और ऐतिहासिक महलों का दीदार करते हैं, जिससे उन्हें गर्मी से राहत मिलती है. जयपुर में वैसे तो कई बाग-बगीचे हैं, लेकिन कुछ बाग-बगीचे जिन्हें खासतौर पर राजा-महाराजाओं ने अपनी रानियों के लिए बनवाया है, उनकी सुंदरता सामान्य बगीचों से ज्यादा है। ऐसा ही एक बाग है सिसोदिया रानी का बाग, जो अरावली श्रंखला की पहाड़ियों में स्थित है.
पहाड़ियों के बीच खिलते हुए कमल की तरह सुंदरता इसकी छटा पहाड़ियों के बीच खिलते हुए कमल की तरह दिखाई देती है. सिसोदिया रानी का बाग जयपुर के सभी उद्यानों में सबसे बड़ा और सबसे सुंदर बाग है. इसलिए यहां गर्मियों में सबसे ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं, जिससे उन्हें भीषण गर्मी से राहत मिलती है और यहां की प्राकृतिक सुंदरता उन्हें यहां तक खींच लाती है. खासतौर पर गर्मियों में लोग सुबह-शाम अपने परिवार के साथ सुंदर बाग-बगीचे देखना पसंद करते हैं. यह सुंदर बाग जयपुर की घाट की गुणी की पहाड़ियों की तलहटी में बना हुआ है.
यह बाग प्रेम की एक अनूठी मिसालसिसोदिया रानी बाग का निर्माण 1699-1743 ई. के बीच सवाई जयसिंह ने उदयपुर की रानी चंद्रकुंवर सिसोदिया के नाम पर कराया था. यह बाग प्रेम की एक अनूठी मिसाल पेश करता है. सिसोदिया रानी के बाग के शिखर और मंडप हिंदू रूपांकनों और कृष्ण के जीवन के चित्रों और भारतीय वास्तुकला में बनाए गए हैं. जयपुर की महारानी चंद्रकुंवर सिसोदिया को प्रकृति से विशेष प्रेम था, इसलिए उनके लिए यह सुंदर बाग बनवाया गया.
बाग की वास्तुकला बेहद अनोखीइस बाग की वास्तुकला बेहद अनोखी है जिसमें एक मंजिल से दूसरी मंजिल पर जाने के लिए सीढ़ियां दिखाई नहीं देतीं, जो अद्भुत आर्किटेक्ट का नमूना पेश करती हैं. साथ ही इस बाग को चारबाग़ शैली में तैयार किया गया था, जिसके बाद बाग की सुंदरता को बढ़ाने के लिए इसमें अलग-अलग फाउंटेन और पेड़-पौधे लगाए गए हैं जो बेहद सुंदर हैं.
सिसोदिया बाग को देखने का समय और टिकट दरआपको बता दें कि बदलते मौसम के हिसाब से यहां की प्राकृतिक सुंदरता में भी बदलाव होता है, इसलिए इस बाग में पूरे सालभर लोग पहुंचते हैं. सिसोदिया रानी का बाग सप्ताह के सातों दिन सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है. बात करें यहां के टिकट दर की तो भारतीय नागरिकों के लिए प्रति व्यक्ति 55 रुपए और विदेशी पर्यटकों के लिए प्रति व्यक्ति 302 रुपए टिकट दर है. वहीं, पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए मात्र 25 रुपए टिकट लगता है. साथ ही 7 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का प्रवेश बाग में नि:शुल्क है. यहां लोग बाग के बाहर से ही ऑफलाइन टिकट खरीद सकते हैं.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
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जयपुर का अनोखा बग़ीचा, सिसोदिया बाग के कारीगरी का नमूना देखने आते हैं लोग