Rajasthan

Understand The Basics Of Calligraphy – कैलीग्राफी के बेसिक्स समझे

कलाकार हरि शंकर बलोठिया के क्रिएटिव कैलीग्राफी सेशन का समापन आज कल

जयपुर ,29 जून
जेकेके की ओर से ऑनलाइन आयोजित क्रिएटिव कैलीग्राफी में मंगलवार के कैलीग्राफी आर्टिस्ट हरि शंकर बालोठिया ने कैलीग्राफी के बेसिक्स दर्शकों को समझाए। सेशन में उन्होंने सुलेख के विभिन्न उपकरण दिखाए, लोअरकेस और अपरकेस अक्षरों को कैसे बनाया जाए, अक्षर की माप करना, हैंड मूवमेंट, पेन होल्डिंग विधि और पैन एंगल्स का प्रदर्शन किया। सेशन की शुरुआत उन्होंने कैलीग्राफी के लिए उपयोग की जाने वाली विभिन्न सामग्रियों जैसे बांस के पैन और निब वाले पेन के परिचय से की। उन्होंने एक बॉक्स बनाने का कॉन्सेप्ट, मध्य स्थान को चिह्नित करने और अक्षर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के स्ट्रोक का उपयोग करना सिखाया। कैलीग्राफी में कोई भी अक्षर इस वर्गाकार स्थान में वर्टिकल, हॅारिजोंटल, डायग्नल और कव्र्ड स्ट्रोक का उपयोग करके बनाया जाता है। उन्होंने बताया कि वर्टिकल स्ट्रोक उपर से नीचे की ओर और हॉरिजोंटल स्ट्रोक्स बांए से दाएं की तरफ घुमाए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि कैलीग्राफी दो लाइनों के बीच में की जाती है, जो किसी के लेखन के आकार और अनुपात को निर्धारित करने और उसका मार्गदर्शन करने में मदद करते हैं। पहले केवल लोअरकेस अक्षर थे और अपरकेस अक्षर नहीं होते थे। कुछ अक्षरों में अंतर करने में सक्षम होने के लिए असेंडर, जो कि एक लोअरकेस अक्षर का हिस्सा है जो बेसलाइन के ऊपर फैला हुआ है और डिसेंडर जो कि बेसलाइन के नीचे का भाग है को प्रदर्शित किया गया। ये चार पंक्तियां हैं जो बच्चे को लिखने का अभ्यास करने के लिए दी जाती हैं। ताकि उनका लेखन कम उम्र से ही सही और एक समान हो सके। बुधवार को बालोठिया के क्रिएटिव कैलीग्राफी पर ऑनलाइन सेशन का समापन होगा।

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj