Rajasthan

आस्था का अनोखा उदाहरण, व्यापार में हुआ मुनाफा भक्त ने श्री सांवलिया सेठ को चढ़ाया आधा किलो चांदी का टैंकर

मेवाड में आस्था का प्रमुख केंद्र श्री सांवलिया सेठ मंदिर में भक्तों द्वारा भेंट चढ़ाने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में एक अनोखी भेंट देखने को मिली, जब एक श्रद्धालु ने आधा किलो चांदी से निर्मित टैंकर भगवान को अर्पित किया. यह टैंकर श्री सांवलिया सेठ के प्राकट्य स्थल मंदिर में चढ़ाया गया.

व्यवसाय में सफलता के बाद चढ़ाई मन्नत की भेंट पुजारी लोकेश महाराज ने बताया कि इस विशेष चढ़ावे के पीछे एक भक्त की मन्नत जुड़ी हुई है. टैंकर व्यवसाय से जुड़े इस श्रद्धालु ने अच्छा मुनाफा होने पर आधा किलो चांदी का टैंकर चढ़ाने का वादा किया था. मन्नत पूरी होने पर भक्त ने यह टैंकर बनवाकर चढ़ाया. हालांकि, उन्होंने अपना नाम और पहचान गुप्त रखने की इच्छा जताई है.

भक्तों की आस्था का केंद्रश्री सांवलिया सेठ के प्रति भक्तों की अपार श्रद्धा कोई नई बात नहीं है. यहां समय-समय पर भगवान को सोने-चांदी के आभूषण, नकदी, और अन्य अनोखी भेंट चढ़ाई जाती है. पिछले महीने जब मंदिर का दान-पत्र खोला गया था, तो उसमें 34 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि के साथ सोने और चांदी के आभूषण भी प्राप्त हुए थे. हर दिन यहां पर हजारों श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं और कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने भगवान को अपने व्यापार में पार्टनर भी बनाया हुआ है इसी के चलते उन्हें मुनाफा होता है उसका कुछ हिस्सा श्री सांवलिया सेठ मंदिर में चढ़ाया जाता है.

सांवलिया सेठ मंदिर की लोकप्रियता बढ़ती जा रहीचित्तौड़गढ़ जिले में स्थित यह मंदिर न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए बल्कि देशभर के भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है. हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान को चढ़ावा चढ़ाते हैं. श्री सांवलिया सेठ मंदिर, अपनी दिव्यता और भक्तों की अनोखी भेंटों के कारण, न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक महत्व का भी प्रतीक बनता जा रहा है.

Tags: Local18, Rajasthan news, Udaipur news

FIRST PUBLISHED : December 16, 2024, 15:02 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj