Vasundhara Raje Birthday: राजे ने दिखाई सियासी ताकत, कहा-3 का अंक शुभ है, 2023 में आएंगे सत्ता में

जयपुर. पांच राज्यों के चुनाव नतीजों का काउंटडाउन शुरू हो चुका है लेकिन उससे पहले ही राजस्थान बीजेपी (Rajasthan BJP) में अगले घमासान की घंटियां बजनी शुरू हो गई है. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को अपने जन्मदिन (Vasundhara Raje Birthday) पर रैली कर न सिर्फ शक्ति प्रदर्शन किया बल्कि पार्टी में अपने विरोधियों को सीधा संदेश दिया कि 2023 उनके लिए शुभ है. दूसरी तरफ बीजेपी नेतृत्व को भी याद दिलाया कि जिस बीजेपी के दीपक की लौ आज प्रकाशमान है उस दीपक में घी उनकी मां विजयाराजे सिंधिया (Vijayaraje Scindia) ने ही डाला था. राजे समर्थक करीब 25 विधायक विधानसभा का सत्र छोड़कर उनके जन्मदिन के जलसे में शामिल होने केशोरायपाटन (Keshoraipatan) पहुंचे.
दूसरी तरफ पार्टी में राजे विरोधी कैम्प के नेता माने जा रहे गुलाबचंद कटारिया ने जन्मदिन पर शक्ति प्रदर्शन पर हमला बोला है. उन्होंने कहा अपने जन्मदिन पर लोगों को बुलाकर शुभकामाएं लेना और भीड़ जुटाना ठीक नहीं. ऐसे शक्ति प्रदर्शन बीजेपी की परंपरा नहीं है. वसुंधरा राजे के जन्मदिन के इस जलसे की तैयारी कई दिनों से चल रही थी. राजे के नजदीकी नेता प्रदेश के अलग अलग जिलों से भीड़ जुटाने के प्रबंध में जुटे हुए थे.
राजे समर्थक विधायक विधानसभा सत्र छोड़कर जलसे में पहुंचे
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राजस्थान के बूंदी जिले के केशोरायपाटन में देव दर्शन और पूजा के साथ राजे ने अपना जन्मदिन मनाया. राजे की जन्मदिन रैली में हजारों की तादाद में भीड़ केशोरायपाटन पहुंची. कई विधायक विधानसभा सत्र छोड़कर न केवल जलसे में शामिल हुए बल्कि जयपुर में चौराहों पर राजे के जन्मदिन के कई विधायकों ने पोस्टर लगवाए. इन पोस्टरों में कई विधायक ऐसे भी नजर आए जिनको पहले राजे कैम्प में नहीं माना जाता था. लेकिन राजे कैम्प में माने जाने वाले कई विधायक इस बार राजे से पोस्टरों में नजदीकी दिखाने से बचते भी दिखे.
पहले 2003 फिर 2013 और अब 2023 में सत्ता में आएंगे
राजे ने भीड़ देखकर भाषण में ऐलान कर दिया कि 2023 उनके लिए शुभ है. राजे ने कहा 03 का अंक शुभ है. पहले 2003 फिर 2013 और अब 2023 में सत्ता में आएंगे. राजे ने पार्टी में विरोधियों पर बिना नाम लिए बिना हमला बोला और कहा कि इस मंजिल तक पहुंचने के लिए लंबा संघर्ष किया है. यह सब कुछ दिन में हासिल नहीं होता है.
राजे ने खोले बीजेपी के इतिहास के पन्ने
राजे की मुश्किल सिर्फ राजस्थान में पार्टी में विरोधी कैम्प के नेता ही नहीं हैं. बल्कि उनके समर्थकों की कई दफा की कोशिश के बावजूद अभी तक पार्टी नेतृत्व ने उनको 2023 के लिए सीएम फेस बनाने के कोई संकेत नहीं दिए हैं. इसके उलट केंद्र से लेकर राजस्थान में राजे विरोधी कैम्प के नेता बड़ी भूमिका में हैं. इसीलिए राजे ने बिना नाम लिए ही फिर से बीजेपी के इतिहास के पन्नों को खोला.
राजे की राहें अब 2013 जैसी आसान नहीं है
राजे ने जनता के बहाने पार्टी नेतृत्व को याद दिलाया कि जनसंघ से लेकर बीजेपी की स्थापना में उनकी मां विजयराजे सिंधिया की क्या भूमिका रही. उन्होंने अपने परिवार के योगदान को गिनाया. लेकिन विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया के राजे पर जन्मदिन के जलसे पर निशाना साधने से लग रहा है कि राजे की राहें अब 2013 जैसी आसान नहीं है.
राजे ने हमेशा भीड़ जुटाकर पार्टी को जवाब दिया है
हालांकि वसुंधरा राजे ने पहली बार जन्मदिन पर शक्ति प्रदर्शन नहीं किया है. राजे जब भी संकट में नजर आई तो उन्होंने भीड़ जुटाकर पार्टी को जवाब दिया है. उसमें वे सफल भी रही. इस शक्ति प्रदर्शन से राजे ने ये संदेश देने की कोशिश कि वे ही राजस्थान बीजेपी का सबसे लोकप्रिय चेहरा और क्राउड पुलर हैं.
आपके शहर से (जयपुर)
यूपी विधानसभा चुनाव 2022, ब्रेकिंग हिंदी न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट सबसे पहले News18 India पर। आज की ताजा खबरें, विश्लेषण, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की खबरें पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी पर |
Tags: Bundi, Jaipur news, Rajasthan bjp, Rajasthan latest news, Rajasthan news, Rajasthan Politics, Vasundhra Raje