Vidhyarthi Mitra Panchayat Shayak Will Celebrate Kali Diwali – शहीद स्मारक पर काली दीवाली मनाएंगे विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक

पिछले 14 साल से सरकार से न्याय मांगने के लिए प्रयासरत विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों ने एक बार फिर राजधानी का रुख किया है। इस बार अपनी काली दीवाली यह शहीद स्मारक पर ही मनाएंगे।

फिर उठी विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों के नियमितिकरण की मांग
मांग नहीं पूरी तो शहीद स्मारक पर मनाएंगे काली दीवाली
जयपुर।
पिछले 14 साल से सरकार से न्याय मांगने के लिए प्रयासरत विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों ने एक बार फिर राजधानी का रुख किया है। इस बार अपनी काली दीवाली यह शहीद स्मारक पर ही मनाएंगे। पंचायत सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जसरापुर व प्रदेश संयोजक एडवोकेट रामजीत पटेल ने बताया प्रदेश के 27000 ग्राम पंचायत सहायक घोषणा पत्र में किए गए वादे के अनुसार नियमितीकरण की अपनी प्रमुख मांग जो कि पिछले 14 वर्षों से चली आ रही है उसे पूरा किए जाने तक वह अपना आंदोलन फिर से शुरू कर रहे हैं। जिसकी समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। संविदा कमेटी की अब तक आठ मीटिंग हो चुकी है लेकिन अभी तक सम्मानजनक मानदेय वृद्धि नहीं हुई है न ही जन घोषणा पत्र में किए गए वादे अनुसार नियमितीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।गौरतलब है कि पंचायत सहायक14 वर्षों से राज्य सरकार से न्याय मांगने को प्रयासरत हैं लेकिन दो विभागों में फंसे संविदा के इस पद की कोई सुनने वाला नहीं है। वर्तमान में प्रदेश में पंचायत सहायकों की कुल संख्या 27000 है। पिछले वर्ष 2008 से लगातार अपनी सेवाएं देने वाले वर्तमान में आयु पार हो चुके विद्यार्थी मित्र जो कभी विद्यार्थी मित्र शिक्षक हुआ करते थे लेकिन 2013 में उन्हें सेवा से पृथक कर दिया गया।
इसके बाद विद्यार्थी मित्रों को नियमित करने के लिए शिक्षा सहायक, विद्यालय सहायक भर्तियां निकाली गईं, लेकिन यह भर्ती राजनीति की भेंट चली गई। वर्ष 2017 में विद्यार्थी मित्रों को रोजगार देने के लिए ग्राम पंचायत सहायक भर्ती निकाली गईए जिसमें लगभग 90 फीसद विद्यार्थी मित्रों का चयन हो गया लेकिन वर्तमान में उनकी हालत स्थिति जस की तस बनी हुई है।
इन कामों की है जिम्मेदारी
कहने को तो पंचायत सहायक पद ग्राम पंचायत के अधीन हैं, लेकिन पंचायत और शिक्षा विभाग के बीच पंचायत सहायक पेंडुलम बंद कर घूम रहा है। इससे पहले आठ वर्ष विद्यार्थी मित्र के रूप में अपना जीवन नियमित रोजगार की आस में व्यतीत कर चुके है। वर्तमान में ग्राम पंचायत सहायक प्रशासन गांवों के संग अभियानए कोविड वैक्सीनेशन, पंचायती राज विभाग में शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं नियमित रूप से 10 से 12 घंटे प्रतिदिन दे रहे हैं।