waiting MRI investigation is increasing the merge of innocents | मासूमों का मर्ज बढ़ा रही वेंटिंग एमआरआई जांच
जयपुरPublished: Dec 12, 2022 10:35:54 pm
जेके लोन अस्पताल में अस्पताल प्रशासन की जांच सुविधाओं में विस्तार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। मौजूदा हाल यह है कि परिजन बच्चों को गोद में लेकर जांच के लिए घंटों एसएमएस अस्पताल में लगी कतार में जूझते रहते हैं। दरअसल, जेके लोन बच्चों का प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां न केवल आसपास जिलों से बल्कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों से भी गंभीर हालत में बच्चों को लाया जाता है। इनमें 30 से 40 बच्चों की एमआरआई जांच की जरूरत होती है। यहां इसकी सुविधा नहीं होने से परिजन बच्चों को एसएमएस या निजी अस्पताल लेकर जाते हैं। जांच नि:शुल्क होने की वजह से ज्यादातर परिजन एसएमएस अस्पताल में जांच कराते हैं। इस दौरान उन्हें काफी दिक्कत झेलनी पड़ती है। घंटों कतारों में जूझते रहते हैं।

जेकेलोन
जेके लोन अस्पताल में अस्पताल प्रशासन की जांच सुविधाओं में विस्तार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। मौजूदा हाल यह है कि परिजन बच्चों को गोद में लेकर जांच के लिए घंटों एसएमएस अस्पताल में लगी कतार में जूझते रहते हैं। दरअसल, जेके लोन बच्चों का प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां न केवल आसपास जिलों से बल्कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों से भी गंभीर हालत में बच्चों को लाया जाता है। इनमें 30 से 40 बच्चों की एमआरआई जांच की जरूरत होती है। यहां इसकी सुविधा नहीं होने से परिजन बच्चों को एसएमएस या निजी अस्पताल लेकर जाते हैं। जांच नि:शुल्क होने की वजह से ज्यादातर परिजन एसएमएस अस्पताल में जांच कराते हैं। इस दौरान उन्हें काफी दिक्कत झेलनी पड़ती है। घंटों कतारों में जूझते रहते हैं। ये हाल कई वर्षों से बने हुए हैं लेकिन जिम्मेदार इससे अनजान हैं।