Rajasthan

Water supply department पार्कों में ‘रिसाईकिल्ड वाटर’ के उपयोग को अनिवार्य करने की तैयारी | WATER SUPPLY DEPARTMENT JAIPUR WATER CONSERVATION

Water supply department जयपुर। प्रदेश में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के कदमों तथा घरेलू और अन्य प्रकार के उपयोग में पानी के अपव्यय को रोकने को लेकर बैठक हुई। water conservation गिरते भू-जल को रोकने के लिए सभी बड़े विभागों को साझा प्रयास करने पर चर्चा की गई। Minister of Water and Ground Water Dr. Mahesh Joshi साथ ही पार्कों में ‘रिसाईकिल्ड वाटर’ के उपयोग को अनिवार्य करने पर भी मंथन किया गया।

जयपुर

Published: January 13, 2022 09:52:00 am

Water supply department जयपुर। प्रदेश में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के कदमों तथा घरेलू और अन्य प्रकार के उपयोग में पानी के अपव्यय को रोकने को लेकर बुधवार को सचिवालय में विभिन्न विभागों की उच्च स्तरीय बैठक हुई। water conservation इसमें प्रदेश में गिरते भू-जल को रोकने के लिए सभी बड़े विभागों को ठोस रणनीति के साथ साझा प्रयास करने पर चर्चा की गई। साथ ही पार्कों में ‘रिसाईकिल्ड वाटर’ के उपयोग को अनिवार्य करने पर भी मंथन किया गया।

Water supply department पार्कों में 'रिसाईकिल्ड वाटर' के उपयोग को अनिवार्य करने की तैयारी

Water supply department पार्कों में ‘रिसाईकिल्ड वाटर’ के उपयोग को अनिवार्य करने की तैयारी

बैठक में जलदाय व भू-जल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा कि प्रदेश के दूरगामी हितों के मद्देनजर जल संरक्षण व ग्राऊण्ड वाटर रिचार्ज को बढ़ावा देने के लिए आमजन को शिक्षित करते हुए जागरूकता का माहौल तैयार किया जाएगा। बैठक में प्रदेश में गिरते भू-जल को रोकने के लिए सभी बड़े विभागों को ठोस रणनीति के साथ साझा प्रयास करने पर चर्चा की गई। साथ ही पार्कों में ‘रिसाईकिल्ड वाटर’ के उपयोग को अनिवार्य करने पर भी मंथन किया गया। वहीं जलदाय व भू-जल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने वर्षा जल संरक्षण के लिए बड़े भवनों में बनने वाले स्ट्रक्चर्स’ की जांच के सिस्टम को बेहतर बनाने की जरूरत जताई। ‘वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर्स’ की जांच के लिए अभियान चलाने की भी बात कही। जलदाय व भू-जल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में टायलेट्स में सबसे अधिक पानी का अपव्यय होता है। इसके लिए सभी स्थानों पर दो बटन की टंकी के उपयोग को अनिवार्य करने की पहल की जाए। बैठक में प्रदेश में भूजल रिचार्ज एवं जल की बचत के लिए बूंद-बूंद खेती को प्रोत्साहित करने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

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