Weather News#weather Update#weather In Rajasthan – प्रदेश में बढ़ी सर्दी: फतेहपुर 2.8 डिग्री सेल्सियस

देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी ने राजस्थान में सर्दी बढ़ा दी है। सर्दी का असर राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों में नजर आ रहा है।

प्रदेश में बढ़ी सर्दी: फतेहपुर 2.8 डिग्री सेल्सियस
18 और 19 नवंबर को उदयपुर, कोटा,जोधपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के जिलों में बारिश होने की संभावना
जयपुर
देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी ने राजस्थान में सर्दी बढ़ा दी है। सर्दी का असर राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों में नजर आ रहा है। बीती रात सीकर जिले के फतेहपुर का न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा, जबकि सीकर का न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं चूरू, डबोक, भीलवाड़ा, पिलानी, चित्तौडगढ़़, सवाई माधोपुर,नागौर और संगरिया का रात का तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और दूसरा कम दबाव का क्षेत्र अरब सागर की खाड़ी में बना हुआ है। इसके अलावा अगले 24 घंटों में एक पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर पश्चिमी भारत के ऊपर प्रभावी होगा। इस तंत्र के प्रभाव से आगामी दिनों में दक्षिणी और दक्षिण पूर्वी राजस्थान में मौसम में परिवर्तन होने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक 18 और 19 नवंबर को उदयपुर, कोटा,जोधपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के जिलों में मेघगर्जन, बिजली चमकने के साथ कहीं कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। कोटा, उदयपुर संभाग के जिलों में 20 नवंबर को भी इस सिस्टम का असर जारी रहेगा। हालांकि 21 नवंबर से इस सिस्टम का असर समाप्त होगा तथा मौसम शुष्क रहेगा। आसमान में दिनभर बादल छाए रहने तथा बारिश होने से दिन के अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने तथा रात्रि न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
वहीं कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि मौसम को देखते हुए चित्तौडगढ़़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, पाली और जालौर जिलों के किसानों को सलाह दी है कि कृषि मंडियों और धान मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज और जींसों को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें, ताकि उन्हें भीगे से बचाया जा सके। खुले आसमान में पक कर तैयार फसलों को भी ढक कर अथवा सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें। रबि की फसलों की बुवाई, सिंचाई और किसी भी प्रकार का रासायनिक छिड़काव कुछ समय के लिए स्थगित कर दें।
प्रदेश के विभिन्न भागों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 25.4………. 11.6
बाड़मेर 30.1…………… 14.7
बीकानेर 28.8……….. 14.8
चूरू 26.7………… 6.5
जयपुर 26.0……………. 11.7
जैसलमेर 28.8………….. 12.8
जोधपुर 28.7………….. 13.9
कोटा 25.3……………. 10.7
श्रीगंगानगर 27.8……………10.4
डबोक 25.4……………… 9.2
भीलवाड़ा 24.9…………. 7.2
वनस्थली…………………. 10.5
अलवर 25.2…………………….
पिलानी………………………. 7.9
सीकर 27.6………………. 5.2
चित्तौडगढ़़ 26.0…………… 7.6
फलौदी 28.0………………… 16.0
सवाई माधोपुर 27.3……………… 9.5
नागौर 27.5……………. 9.5
टोंक 25.9………………. 12.1
बूंदी 24.4………………….. 11.3
डूंगरपुर 27.8………………… 12.9
जालौर 30.5…………………. 12.3
सिरोही 29.0………………………