ब्लड डोनेट करने के लिए क्या है सही उम्र, कौन लोग नहीं कर सकते रक्तदान, डॉक्टर से समझें ‘गणित’

Facts About Blood Donation: स्वस्थ लोगों को ब्लड डोनेट जरूर करना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी सेहत को नुकसान नहीं होता है, बल्कि कई फायदे हो सकते हैं. ब्लड डोनेशन के जरिए आप कई लोगों की जिंदगी बचाने में मदद कर सकते हैं. यही वजह है कि रक्तदान को महादान कहा जाता है. खून हमारे शरीर का सबसे जरूरी तत्व होता है और इसके जरिए ही सभी अंगों तक पोषक तत्व और ऑक्सीजन पहुंचती है. शरीर में खून की कमी हो जाए, तो समस्याएं पैदा हो सकती हैं. तमाम लोग समय-समय पर ब्लड डोनेट करते हैं. हालांकि सभी लोग ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं. ब्लड डोनेशन के लिए कुछ नियम होते हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी होता है.
ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल में ब्लड सेंटर की हेड डॉ. सुरभि गर्ग ने को बताया कि जो लोग शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ हैं और उन्हें किसी तरह की बीमारी नहीं है, वे ब्लड डोनेट कर सकते हैं. रक्तदान करने के लिए लोगों की उम्र कम से कम 18 और ज्यादा से ज्यादा 65 साल होनी चाहिए. 45 किलोग्राम वजन से ज्यादा वाले लोगों को ही ब्लड डोनेट करना चाहिए. जिन लोगों का हीमोग्लोबिन लेवल 12.5 से ज्यादा हो, वे ही रक्तदान कर सकते हैं. हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रहे लोगों को ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. आमतौर पर स्वस्थ पुरुष हर तीन महीने बाद ब्लड डोनेट कर सकते हैं, जबकि हेल्दी महिलाएं हर 4 महीने बाद रक्तदान कर सकती हैं.
किन लोगों को ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए?
डॉक्टर सुरभि गर्ग ने बताया कि जिन लोगों को हेपेटाइटिस B, हेपेटाइटिस C, एचआईवी, हाई ब्लड प्रेशर या खून से संबंधित बीमारियां होती हैं, उन्हें ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. कैंसर, ऑटोइम्यून डिजीज और हार्ट डिजीज के मरीज भी ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं. जिन लोगों के खून में इंफेक्शन है, वे भी ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं. ऐसे लोगों का ब्लड दूसरे लोगों के ब्लड में ट्रांसफ्यूज करना खतरनाक हो सकता है और बीमारियां दूसरे व्यक्ति में पहुंच सकती हैं. इसकी वजह से बीमारियों से जूझ रहे लोगों को ब्लड डोनेट करने की सलाह नहीं दी जाती है.
ब्लड डोनेशन से पहले मेडिकल हिस्ट्री जानना जरूरी
एक्सपर्ट की मानें तो ब्लड डोनेशन के बाद खून से संबंधित कुछ टेस्ट किए जाते हैं, लेकिन अगर डोनर की मेडिकल हिस्ट्री का पता नहीं चल पाता है, तो ऐसे ब्लड को दूसरे व्यक्ति को देने से बचा जाता है. कई लोग हार्ट डिजीज, इंफेक्शन या सर्जरी से रिकवर तो हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी उनका ब्लड दूसरों में ट्रांसफ्यूज करना खतरनाक हो सकता है. पेशेंट्स की सेफ्टी के मद्देनजर ब्लड डोनर से उसकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछा जाता है. अगर उसे पहले कोई गंभीर बीमारी या इंफेक्शन रहा हो, तो ऐसे लोगों को ब्लड डोनेट न करने की सलाह दी जाती है.
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FIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 11:05 IST