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10 वीं में कम नंबर आए… तो मां- पापा हुए नाराज….बेटे रोहित ने ठाना कुछ तो करूंगा…फिर बदल गई दुनिया

Last Updated:April 14, 2025, 08:24 IST

Success Story: कहते हैं आपकी सफलता में मार्कशीट में आए नंबर मायने नहीं रखते. मायने रखती है आपकी कड़ी मेहनत, आपका कुछ कर दिखाने का सपना . कुछ ऐसी ही कहानी है राजस्थान यूनिवर्सिटी से बीबीए करने वाले एक छोटे से गा…और पढ़ेंकम नंबर आए... मां- पापा हुए नाराज....बेटे रोहित ने ठाना कुछ तो करूंगा...फिर...

राजस्थान का छात्र रोहित उगले 

हाइलाइट्स

रोहित ने 10वीं में कम नंबर आने पर डिजिटल मार्केटिंग सीखीरोहित ने SATMAT Technologies Pvt. Ltd. की स्थापना कीरोहित की कंपनी 110 से अधिक लोगों को रोजगार देती है

नागौर: विद्यार्थियों के परीक्षा में कम अंक आते हैं, तो उसका असर उनके जीवन पर पड़ता है. अक्सर देखा जाता है, कि कम नंबर आने से वे हताश और निराश हो जाते हैं. लेकिन, कुछ स्टूडेंट ऐसे भी हैं, जो परीक्षा में कम नंबर प्राप्त करने के बाद भी जिंदगी की परीक्षा में सफल हुए हैं. आज हम आपको एक ऐसे होनहार विद्यार्थी की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने 10 वीं की परीक्षा में कम नंबर पाए, जिसकी वजह से उनसे उनके माता पिता कुछ दिन नाराज रहे, लेकिन इससे ये लड़का निराश नहीं हुआ और आज अपने दम पर इसने करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर दिया है, और इस लड़के का नाम है रोहित, तो चलिए जानते हैं इनके बारे में

राजधानी जयपुर की राजस्थान यूनिवर्सिटी से BBA करने वाले रोहित उगले ने आज अपने दम पर करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर दिया है. रोहित उगले मूलतः महाराष्ट्र में एक छोटे से गांव सिन्नर के रहने वाले हैं. रोहित उगले ने बताया, कि सीबीएसई 10वीं के परीक्षा परिणाम में 78% अंक प्राप्त किए थे, जबकि मेरे माता-पिता मेरी तरक्की के सपने को लेकर 90% अंकों की उम्मीद कर रहे थे. आगे उन्होंने कहा, कि रिजल्ट वाले दिन घर वालों को क्या जवाब दूंगा, यह मैं सोचता रहा. माता-पिता को पता चला तो वह कुछ दिन नाराज रहे. इस घटना के बाद मैंने सोच लिया था कि अपने माता-पिता को कुछ करके दिखाना है, उनको बताना है कि मार्कशीट के नंबर से जिंदगी की सफलता का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.

नंबर कम आने पर दिन रात की मेहनतपरीक्षा परिणाम रिजल्ट कम आने पर धीरे-धीरे रोहित का ध्यान डिजिटल दुनिया की ओर आकर्षित हुआ. उन्होंने खुद ही यूट्यूब और इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग की बारीकियां सीखना शुरू कर दिया. इसके बाद उन्होंने फ्रीलांसिंग करना आरंभ किया, जिसमें वे वेबसाइटें बनाते और छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स पर भी काम करते थे. उन्होंने डिजिटल दुनिया में दिन-रात मेहनत की और नवीन कौशल सीखते रहे. इसी दौरान, रोहित उगले की रुचि कोडिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट तकनीकी कार्य में विकसित हुई. उन्होंने बिना किसी औपचारिक संस्थान या पाठ्यक्रम के PHP और Java जैसी प्रोग्रामिंग भाषाएं भी सीखीं.

रोहित को बेस्ट कंपनी का अवॉर्ड भी मिलासाल 2017 में, सिर्फ 16 साल की आयु में रोहित ने अपनी कंपनी की सफलता की नींव रखते हुए SATMAT Technologies Pvt. Ltd. के नाम से इस कंपनी की स्थापना की. कंपनी की शुरुआत एक छोटे से कमरे से शुरू हुई थी. यह कंपनी आज 110 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान कर रही है. रोहित का बिजनेस न केवल भारत में इसके साथ- साथ विदेशों में भी अपने क्लाइंट्स को सेवाएं प्रदान करती है. बेहतरीन प्रदर्शन के चलते रोहित को बेस्ट आईटी सेटअप कंपनी का अवॉर्ड भी मिला है.

Location :

Nagaur,Rajasthan

First Published :

April 14, 2025, 08:24 IST

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कम नंबर आए… मां- पापा हुए नाराज….बेटे रोहित ने ठाना कुछ तो करूंगा…फिर…

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