जहां दिन में जाने से डरते हैं लोग, यह काली माता का मंदिर है श्मशान घाट में, निसंतान माताओं की भरी जाती है यहां गोद!

Last Updated:April 05, 2025, 09:07 IST
Shmshan Kali Mata Mandir Bhilwara Rajasthan: आपने अक्सर मंदिर किसी नदी के किनारे, पहाड़ों पर या किसी मैदान में देखें होंगे लेकिन आज हम आपको काली माता के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न तो नदी कि…और पढ़ेंX
श्मशान काली माता का मंदिर
हाइलाइट्स
भीलवाड़ा में श्मशान में स्थित काली माता का मंदिर हैआधी रात को यहां अनुष्ठान किए जाते हैंनवरात्रि में सप्तचंडी महा अनुष्ठान होता है
भीलवाड़ा- चैत्र नवरात्रि का महापर्व चल रहा है और इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु मातारानी के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में आज हम आपको भीलवाड़ा के एक ऐसे मंदिर के बारे में जा रहे हैं जो किसी मैदान या नदी किनारे नहीं बल्कि श्मशान में स्थित है. भीलवाड़ा के पंचमुखी मोक्ष धाम मंदिर में मसानियां भैरवनाथ मंदिर में श्मशान काली माता की पूजा अर्चना आधी रात में की जाती है. बता दें, जहां लोगों को दिन में भी जाने में डर लगता है, वहां आधी रात में भी भक्तों को तांता लगा रहता है.
नवरात्रि में होता है सप्तचंडी महा अनुष्ठानमसानियां भैरवनाथ मंदिर के पुजारी रवि खटीक ने लोकल 18 से बातचीत में बताया, कि श्मशान में स्थित मां श्मशान काली का मंदिर बहुत ही प्राचीन है. यह एक ऐसा मंदिर है, जहां आधी रात के समय काली माता के अनुष्ठान होते हैं. यहां महिलाएं, पुरुष और बच्चे बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां निसंतान महिलाएं और नशे की लत से ग्रस्त लोग आते हैं. निसंतान माताओं की यहां गोद भराई की रस्म का जाती है, वहीं नशा छुड़वाने के लिए रूद्राक्ष वितरण किया जाता है. इसके अलावा, विद्वान पंडितों द्वारा आधी रात में 9 दिनों तक सप्तचंडी महा अनुष्ठान भी किया जाता है
कोलकाता से लाई गई प्रतिमाभीलवाड़ा के पंचमुखी मोक्ष धाम में मसानियां भैरवनाथ मंदिर में स्थित श्मशान काली की स्थापना 8 साल पहले कोलकाता के कालीगढ़ से लाकर की गई थी यहां पर नवरात्रि में 9 दिनों तक आधी रात में ही धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं. यही नहीं इन धार्मिक अनुष्ठानों में भारी संख्या में भक्त भी पहुंचते हैं और माता से मन्नत मांगते हैं.
Location :
Bhilwara,Rajasthan
First Published :
April 05, 2025, 09:06 IST
homedharm
न पहाड़ों पर न नदी किनारे, यह काली मां का मंदिर है श्मशान घाट में, आधी रात….
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