फाइव स्टार होटलों में बिक रही जयपुर की गुदड़ी, परंपरा को स्टाइल से जोड़ रही हैं महिलाएं

Last Updated:April 28, 2025, 16:35 IST
नरेंद्र गर्वा द्वारा स्थापित अलका फाउंडेशन के तहत राजस्थान की महिलाएं पारंपरिक गुदड़ी बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं. इन महिलाओं द्वारा बनाए गए स्टाइलिश गुदड़ी की डिमांड बड़े शहरों के होटलों में बढ़ रही है.X
आज गुदड़ी बनाने वाले कार्य में 200 से 300 महिलाएं काम कर रही है
हाइलाइट्स
राजस्थान की महिलाएं पारंपरिक गुदड़ी बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं.गुदड़ी की मांग बड़े शहरों के फाइव स्टार होटलों में बढ़ रही है.महिलाएं घर बैठे गुदड़ी बनाकर अच्छा खासा कमा रही हैं.
काजल मनोहर/जयपुर- राजस्थान के जयपुर के मोती पलक किसान नरेंद्र गर्वा ने महिलाओं को पारंपरिक गुदड़ी बनाने का हुनर सिखाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का एक अद्भुत काम किया है. इन महिलाओं द्वारा बनाए गए गुदड़ी के स्टाइलिश लुक और आकर्षक डिजाइन की डिमांड अब बढ़ती जा रही है. नरेंद्र गर्वा का अलका फाउंडेशन इस दिशा में कई सालों से काम कर रहा है और अब इस फाउंडेशन के तहत महिलाओं की बनाई गई गुदड़ी की मांग बड़े शहरों जैसे जयपुर, मुंबई और दिल्ली के थ्री स्टार और फाइव स्टार होटलों तक पहुंच चुकी है.
गुदड़ी के डिजाइन में विशेष आकर्षणजयपुर के किशनगढ़ रेनवाल की शारदा देवी ने बताया कि उनकी गुदड़ी का डिजाइन सूती कपड़े वाले सांगानेरी प्रिंट से तैयार किया जाता है, जो विशेष धागों से सजा होता है. ये गुदड़ियां बहुत आकर्षक आकारों में बनाई जाती हैं और पूरे देश में पसंद की जा रही हैं. अजमेर, भीलवाड़ा, सीकर, और जयपुर जिलों में इन गुदड़ियों की डिमांड सबसे ज्यादा है. बढ़ती हुई मांग के चलते इन जिलों की महिलाएं भी इस काम में जुड़ी हैं, अब यह काम घर बैठे आत्मनिर्भर बनने का जरिया बन चुका है.
महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधारअलका फाउंडेशन के संस्थापक नरेंद्र गर्वा ने महिला स्वरोजगार योजना के तहत दर्जनों महिलाओं को गुदड़ी बनाने की ट्रेनिंग दी है. इस काम में करीब 200 से 300 महिलाएं जुड़ी हुई हैं. एक महिला 7 से 10 दिनों में आसानी से एक गुदड़ी तैयार कर लेती है और उसे 300 से 400 रुपये मिल जाते हैं. जयपुर और आसपास के गांवों की महिलाएं जो गुदड़ी तैयार करती हैं, उनके बनाए इस परंपरागत मॉडल को अब बड़े शहरों के फाइव स्टार होटलों में 4000 से 5000 रुपये में बेचा जाता है.
समाज में बदलाव और आत्मनिर्भरता का संकल्पनरेंद्र गर्वा का यह प्रयास न केवल महिलाओं को स्वरोजगार देने के लिए है, बल्कि इसके जरिए समाज में एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है. महिलाएं अब घर बैठे अच्छा खासा कमा रही हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं. यह पहल न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का कार्य कर रही है, बल्कि इससे समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जा रहा है कि महिलाएं किसी भी कार्य में सक्षम हैं.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
April 28, 2025, 16:35 IST
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फाइव स्टार होटलों में बिक रही जयपुर की गुदड़ी, परंपरा को स्टाइल से जोड़ रही है