World Tourism Day: राजस्थान की इन हसीन वादियों के हो जाएंगे दीवाने, देश-विदेश से पहुंचते हैं पर्यटक

सिरोही: दुनियाभर में 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है. इस वर्ष की थीम “पर्यटन और शांति” है. इस अवसर पर हम राजस्थान की एकमात्र पर्वतीय पर्यटन नगरी माउंट आबू के बारे में जानकारी देंगे. यह नगर न केवल पर्यटन के लिए, बल्कि आध्यात्मिकता के लिए भी प्रसिद्ध है.
माउंट आबू का आकर्षणसमुद्र तल से लगभग 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउंट आबू चारों ओर से अरावली पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यह शहर देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां की वादियों की सुंदरता के कारण इसे “राजस्थान का शिमला” भी कहा जाता है.
प्रमुख पर्यटन स्थल माउंट आबू में नक्की झील विशेष रूप से प्रसिद्ध है. किंवदंतियों के अनुसार, इसे रसिया बालम ने अपने प्रेम के लिए एक ही रात में अपने नाखूनों से खोदकर बनाया था. इसके अलावा, अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी गुरुशिखर भी यहीं स्थित है. पर्यटक वाइल्डलाइफ सेंचुरी में वन्यजीवों और प्रकृति का नजारा ले सकते हैं. अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों में देलवाड़ा जैन मंदिर, अचलगढ़ का किला, सनसेट पॉइंट, हनीमून पॉइंट और ट्रैवर्स टैंक शामिल हैं.
यात्रा की जानकारीयदि आप माउंट आबू की यात्रा करना चाहते हैं, तो निकटतम रेलवे स्टेशन आबूरोड है. यहां से राजस्थान रोडवेज और निजी बसों के साथ-साथ टैक्सी सेवाएं भी उपलब्ध हैं. निकटतम हवाई अड्डे उदयपुर (164 किलोमीटर) और अहमदाबाद (223 किलोमीटर) हैं.
आध्यात्मिकता का केंद्रमाउंट आबू न केवल पर्यटन स्थलों के लिए, बल्कि धार्मिक स्थलों के लिए भी शांति प्रदान करता है. इसे आबूराज भी कहा जाता है, और यह भगवान राम के गुरु वशिष्ठ की तपोस्थली मानी जाती है। यहां कई प्राचीन मंदिर हैं, जैसे अचलेश्वर महादेव मंदिर, अर्बुदा देवी मंदिर और गोमुख मंदिर। इसके साथ ही, माउंट आबू में ब्रह्माकुमारी संस्थान का मुख्यालय भी स्थित है, जहां दुनियाभर से लोग शांति की तलाश में आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 12:16 IST