Worship of deities of Swayamvara, Exile and Coronation of Jagat Janani | जगत जननी जानकी के स्वयंवर, वनवास एवं राज्याभिषेक के विग्रहों की अर्चना
जयपुरPublished: Apr 29, 2023 08:58:20 pm
जानकी नवमी पर घंटे—घड़ियालों के बीच सीताजी का हुआ जन्माभिषेक
खुशियों की लुटाई गई उछाल, रामचंद्र जी मंदिर में सालभर में एक बार होने वाले चरण दर्शन
रवियोग सहित अन्य योग संयोगों में वैशाख शुक्ल नवमी शनिवार को जानकी नवमी के रूप में मनाई गई। अबूझ मुहूर्त होने के साथ ही बाजारों में खरीददारी की भीड़ रही। इसके साथ ही देवालयों में जनक नंदिनी जानकी के प्राकट्योत्सव पर सीताजी का जन्माभिषेक कर षोडशोपचार पूजन किया। जन्म आरती के बाद मंदिरों में बधाइयां गाईं गई। खिलौने, फल, कपड़ों की जमकर उछाल हुई।
जगत जननी जानकी के स्वयंवर, वनवास एवं राज्याभिषेक के विग्रहों की अर्चना
गलता तीर्थ में महंत स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में मुख्य कार्यक्रम हुआ। स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि जानकी जी के तीन दर्शन स्वयंवर, वनवास एवं राज्याभिषेक के अति प्राचीन विग्रहों के साथ उत्सव विग्रहों का वैदिक विधि से अभिषेक किया गया। 101 कलशों से पंचामृत, पंचमेवा, फल, पंचद्रव्य, सर्वऔषधि अभिषेक के बाद सहस्त्रधारा की गई।