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Yog Diwas 2022: अखबार का एड देखकर योग का कोर्स किया, 23 की उम्र में उत्तम अग्रहरि ने हासिल कर लिया ख़ास मुकाम

Yog Diwas 2022: अगर व्यक्ति अपनी जिंदगी में कुछ हासिल करने की ठान ले, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती. यह कहावत 23 साल के योग इंस्ट्रक्टर उत्तम अग्रहरि के ऊपर बिल्कुल सटीक बैठती है. यूपी के जौनपुर जिले के एक गांव से निकलकर उत्तम ने अपनी मेहनत के दम पर योग में बड़े मुकाम हासिल कर लिए हैं. आज वे देश के सबसे यंग योग इंस्ट्रक्टर के तौर पर जाने जाते हैं. उत्तम ने पिछले कुछ सालों में योग की कई नेशनल प्रतियोगिताएं जीतकर रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी है. योग की बदौलत वे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड, युवा भारतीय पुरस्कार समेत कई राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुके हैं. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उत्तम ने काफी संघर्ष किया है.

क्रिकेटर बनने की थी ख्वाहिश

जौनपुर जिले के असैथा पट्टी गांव के रहने वाले उत्तम अग्रहरि के सिर से पिता का साया कम उम्र में ही उठ गया. बचपन से ही उनका क्रिकेटर बनने का सपना था, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी. 12वीं के बाद परिवार ने उन्हें एनडीए की तैयारी करने इलाहाबाद भेज दिया. उनके दिमाग में क्रिकेटर बनने का जुनून सवार था, इसलिए वे ज्यादातर टाइम क्रिकेट खेलते रहते थे. कुछ समय अखबार पढ़ते थे और एडवर्टाइजमेंट काटकर कॉपी में रख लेते थे. जब घर वालों को यह पता चला कि वे पढ़ाई नहीं कर रहे, तो उन्हें इलाहाबाद सेेेेेेे वापस घर बुला लिया. इसके बाद दादाजी ने उत्तम को नौकरी के लिए मुंबई भेज दिया. हालांकि कुछ समय बाद ही दादा की डेथ हो गई और वे वापस लौट आए. वे अपने फ्यूचर को लेकर काफी परेशान थे.

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उत्तम अग्रहरि के सिर से पिता का साया कम उम्र में ही उठ गया.

एड देखकर आया योग का कोर्स करने का ख्याल

एक दिन उन्होंने अपनी किताबों में पतंजलि यूनिवर्सिटी में एडमिशन का एड वाला अखबार का टुकड़ा देखा. इसके बाद उन्होंने योग का कोर्स करने का फैसला किया. एंट्रेंस एग्जाम के लिए उन्हें हरिद्वार जाना था, लेकिन ट्रेन में रिजर्वेशन के लिए पैसे नहीं थे. ऐसे में उन्होंने लोकल ट्रेन से सफर किया, जिसकी वजह से वे सही समय पर एग्जाम सेंटर नहीं पहुंच पाए और एग्जाम छूट गया. इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी के चांसलर को पत्र लिखकर एंट्रेंस एग्जाम के लिए रिक्वेस्ट की. कुछ दिनों बाद उन्हें यूनिवर्सिटी ने मौका दिया और उनका एडमिशन योग के 6 महीने के कोर्स में हो गया.

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6 महीने में खुद को किया तैयार

योग में उन्होंने मन लगाकर सभी चीजें सीखीं और 6 महीने में उन्होंने खुद को परफेक्ट बना लिया. कोर्स पूरा होते ही चेन्नई की कंपनी ने योगा इंस्ट्रक्टर के तौर पर 2018 में सिलेक्शन कर लिया. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक कई नेशनल और इंटरनेशनल योग प्रतियोगिताओं में अपने कौशल से सभी को हैरान कर दिया.

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योग में उत्तम ने खुद को 6 महीने में ही परफेक्ट बना लिया था.

इसी साल आंध्र प्रदेश में आयोजित हुई नेशनल प्रतियोगिता में उनकी टीम ने गोल्ड मेडल जीता था. योग की बदौलत उन्होंने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड, नोबेल वर्ल्ड रिकॉर्ड, वर्ल्ड यंग अचीवर्स बुक ऑफ रिकॉर्ड, नुमा बुक ऑफ इंडिया रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कर लिया.

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कई युवाओं के बन चुके हैं आइकॉन

उत्तम अग्रहरि योग में दुनिया का हर रिकॉर्ड तोड़ना चाहते हैं. वे आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं. वे कहते हैं कि योग के दौरान हमारा पोस्चर सही होना चाहिए, वरना फायदे के बजाय यह नुकसान कर सकता है. योग करने से पहले आपको इस बारे में जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए. सही समय और सही अवस्था में योग करके आप खुद को फिट और तंदुरुस्त रख सकते हैं.

Tags: Health, International Yoga Day, Lifestyle

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