डेवलप हो रहे स्टेशनों में इन दो राज्यों के सबसे ज्यादा स्टेशनों को किया गया शामिल, यहां जानें

नई दिल्ली. भविष्य में देशभर 500 से अधिक स्टेशनों का कायाकल्प देखने को मिलेगा. रेल मंत्रालय स्टेशनों का पुनर्विकास करा रहा है, जिससे ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो. ये सभी स्टेशन सभी 27 राज्यों और यूटी में हैं. पुनर्विकास होने वाले स्टेशनों में ए प्लस, ए और बी श्रेणी के हैं. यानी जिन स्टेशनों में अधिक भीड़ होती है और ट्रेनों का ठहराव अधिक संख्या में होता है.
रेल मंत्रालय के अनुसार पुनर्विकास किए जा रहे 508 स्टेशनों में सबसे अधिक स्टेशन दो राज्यों के हैं. इनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55 स्टेशनों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात के और तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के 18-18, हरियाणा के 15 और कर्नाटक के 13 स्टेशनों को शामिल किया गया है. इसके अलावा अन्य राज्यों के कुछेक स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा.
प्रमुख स्टेशन
बिहार के औरंगाबाद, बेगूसराय,गया, भागलपुर, कटियार, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पटना, वैशाली, छतीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर, दिल्ली में कैंट, सब्जी मंडी और नरेला, गुजरात में पालनपुर, भारूच, न्यू भुज और पाटन, हरियाणा में अंबाला, हिसार, फरीदाबाद, जींद, सोनीपत, मध्य प्रदेश में बेतूल, खजुराहो, दमोह, गुना, रीवा, शिवपुरी, राजस्थान में अलवर,बाड़मेर, भरतपुर, चुरू, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, कोटा, सीकर, उत्तर प्रदेश में अमेठी, बस्ती, बलिया, आजमगढ़, इटावा, वीरांगना लक्ष्मीबाई, रामपुर और बनारस प्रमुख स्टेशन हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 04, 2023, 19:06 IST