तेलंगाना फोन टैपिंग विवाद में पूर्व इंटेल ब्यूरो चीफ को बनाया गया आरोपी नंबर 1, 1 लाख फोन कॉल की हुई थी टैपिंग, पूरा मामला जानें | Former SIB Chief Prabhakar Rao Top Accused In Telangana 1 Lakh Phone Call Tapping Case

इजरायल से संयंत्र मांग टैपिंग
तेलंगाना पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि राव ने एक स्थानीय स्कूल के परिसर में इजरायल से मंगाए गए फोन-टैपिंग उपकरण और सर्वर लगाकर फोन टैप किए थे। इस कार्य में सिटी टास्क फोर्स में कार्यरत रहे एक अन्य पुलिसकर्मी राधा किशन राव को भी शामिल थे। इसके अलावा 30 से अधिक लोग इसमें शमिल हैं। एडिशनल एसपी भुजंगा राव और थिरुपथन्ना, डिप्टी एसपी प्रणीत राव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।भुजंगा राव और तिरुपथन्ना ने अवैध रूप से निजी व्यक्तियों की जासूसी करने और सबूत नष्ट करने की बात कबूल की है।
सरकार बदलते ही सबूत किया नष्ट
विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम का रूझान आते ही प्रभाकर राव ने सारे टैप को नष्ट करने का आदेश दिया था। इसके बाद प्रणीत राव ने इस नष्ट कर दिया था। इससे पहले प्रणीत राव अज्ञात व्यक्तियों की प्रोफाइल बनाने और अनधिकृत तरीके से उनकी गतिविधियों की निगरानी करने के साथ कुछ कंप्यूटर सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर इकट्ठा डेटा को नष्ट करने का आरोप लगाया गया था।
भाजपा, कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं की जासूसी
बीआरएस सरकार सभी की निगरानी करा रही थी। इस जासूसी टैपिंग में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बीआरएस के लोग भी शामिल हैं। इसके साथ ही तेलुगु एक्टर्स और बिजनेसमैन की भी जासूसी की गई थी और उनमें से कईयों को ब्लैकमेल भी किया गया था। एक लाख से अधिक फोन कॉल टैप किए गए थे।
नक्सल पर नजर रखना था काम
तेलंगाना के राज्य खुफिया ब्यूरो को वामपंथी उग्रवाद पर नजर रखने की जिम्मेदारी है लेकिन एक शीर्ष नेता के इशाने पर यह टीम राजनीतिक खुफिया जानकारी और विपक्षी पार्टी के नेताओं द्वारा किए गए लेनदेन का विवरण इकट्ठा कर रही थी। इसमें एक बड़े नाम का खुलासा होने की संभावना है।